
इस तीन दिवसीय युद्धाभ्यास में जमीनी और हवाई फायरिंग प्लेटफार्मों का एकीकृत प्रयोग किया गया, जिसमें मैकेनाइज्ड फोर्सेस, तोपखाना, टैंक, ड्रोन रोधी प्रणाली तथा हवाई युद्धक इकाइयां शामिल रहीं। अभ्यास में आधुनिक तोपखाने की घातक क्षमता, मिशन इंगेजमेंट और काउंटर ड्रोन ऑपरेशन की दक्षता को परखा गया। साथ ही मल्टी-डोमेन वातावरण में नई तकनीकों के समावेश और रीयल-टाइम इंटेलिजेंस शेयरिंग की भी जांच की गई।
अभ्यास के दौरान अटैक हेलीकॉप्टर, टी-72 टैंक, बीएमपी इंफेंट्री वाहन और लंबी दूरी तक मार करने वाली स्वदेशी हथियार प्रणालियों का प्रभावी उपयोग किया गया। इन सभी ने सर्विलांस नेटवर्क और ऑपरेशन आर्किटेक्चर के तहत सामंजस्यपूर्ण ढंग से फायरिंग की, जिससे फायर पॉवर की प्रभावशीलता स्पष्ट रूप से प्रदर्शित हुई। इसके साथ ही आधुनिक युद्ध परिदृश्यों में काउंटर यूएएस ग्रिड की उपयोगिता को भी कई काइनेटिक और नॉन-काइनेटिक उपायों के माध्यम से परखा गया।
 
				


