आगरा में कितने वोटर हैं फर्जी: 22 साल बाद हो रहा विशेष गहन पुनरीक्षण

आगरा की सभी नौ विधानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूचियां नए सिरे से बनेंगी। इसके लिए विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) 4 नवंबर से शुरू होगा। 4 दिसंबर तक बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) हर घर तीन बार जाएंगे। फर्जी, डुप्लीकेट, मृतक और स्थानांतरित मतदाता सूची से हटाए जाएंगे। नए मतदाताओं के नाम सूची में जोड़े जाएंगे।

आखिरी बार 2003 में एसआईआर हुआ था। 22 साल बाद होने जा रहे एसआईआर में 35.99 लाख मतदाता हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने बताया कि प्रत्येक मतदाता का गणना प्रपत्र भरा जाएगा। 2003 की सूची में दर्ज मतदाताओं को उनके नाम, उनके रिश्तेदारों के नाम से मिलान या लिंक किया जाएगा।

मिलान और लिंक के लिए बीएलओ के पास मतदाताओं का डाटा होगा। नए मतदाताओं के लिए फार्म-6 भरना होगा। जो लोग शहर से बाहर नौकरी करते हैं, वह ऑनलाइन गणना फार्म भरेंगे। जिन मतदाताओं के घर सर्वे के दौरान बंद मिलेंगे, उनके मुख्य द्वार पर दरवाजे के नीचे गणना प्रपत्र चिट्ठी की तरह डाला जाएगा। गणना प्रपत्र से लेकर सभी प्रक्रिया ऑनलाइन दर्ज होगी। क्यूआर कोड आधारित होने से गड़बड़ियां खत्म हो जाएंगी। इस मुहिम का उद्देश्य फर्जी मतदाताओं को हटाना और मतदाता सूची को शुद्ध बनाना है।

एक बूथ पर होंगे 1200 मतदाता
नौ विधानसभा क्षेत्रों में 3696 बूथ हैं। एसआईआर में प्रत्येक बूथ पर 1200 मतदाताओं का मानक है। जिला निर्वाचन अधिकारी के अनुसार एक परिवार के सभी मतदाता एक ही बूथ पर दर्ज किए जाएंगे। पुरानी सूचियों में अलग-अलग बूथ पर एक परिवार के मतदाता जुड़ने से परेशानी होती थी। इसके अलावा मतदाता अपना फोटो, नाम, पता, उम्र व अन्य जानकारियां भी गणना प्रपत्र के माध्यम से अपडेट कर सकेंगे।

गणना प्रपत्र में दर्ज होंगी ये सूचनाएं
गणना प्रपत्र मतदाता भरेंगे। जिसमें जन्मतिथि, आधार संख्या, मोबाइल नंबर, पिता का नाम, पिता का एपिक नंबर, माता का नाम, माता का एपिक नंबर, पति या पत्नी यदि लागू हो तो उनका नाम, उनका एपिक नंबर, 2003 की सूची में मतदाता का नाम है या नहीं, यदि है तो एपिक नंबर, संबंधी का नाम, संबंध, विधानसभा क्षेत्र आदि सूचनाएं भरनी होंगी। इसे भरवाने में बीएलओ सहयोग करेंगे।

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