
उत्तरी महाराष्ट्र के नंदुरबार कलेक्टर कार्यालय परिसर में बुधवार को प्रदर्शनकारियों ने ने पथराव किया और सरकारी संपत्ति व वाहनों को नुकसान पहुंचाया। इस दौरान कम से कम 18 लोग घायल हो गए, जिनमें 12 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। पुलिस ने मामले में 100 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है।
घटना तब हुई जब आदिवासी समुदाय के लोग एक युवक की हत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। पुलिस के अनुसार, 100 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है और बाकी लोगों की पहचान कर उन्हें पकड़ने की कोशिश की जा रही है। घायल लोगों में छह प्रदर्शनकारी और 12 पुलिसकर्मी शामिल हैं, जो पथरों की चोट से घायल हुए।
8000 लोग विरोध मार्च में हुए शामिल
एक अधिकारी ने बताया कि स्थानीय संगठनों के नेतृत्व में लगभग 8,000 आदिवासी लोग दोपहर में शांतिपूर्ण विरोध मार्च में शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने उन हत्या के दोषियों को फांसी देने की मांग की, जो स्थानीय आदिवासी कार्यकर्ता जय वाल्वी की हत्या में शामिल थे।
16 सितंबर को चाकू मारकर की गई थी जय वाल्वी की हत्या
अधिकारी ने बताया कि जय वाल्वी की 16 सितंबर को चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हत्या के पीछे के मकसद की जांच की जा रही है। अधिकारी ने बताया कि शांतिपूर्ण मार्क खत्म होने के बाद कुछ प्रदर्शनकारी अपने मांगपत्र के साथ कलेक्टर ऑफिस पहुंचे। इसी बीच कुछ लोगों ने कलेक्टर ऑफिस की बैरिकेड तोड़ दी और पथराव शुरू कर दिया। परिसर में खड़े कुछ वाहनों को भी नुकसान पहुंचा।
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की अपील को ठुकराया
अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से हिंसा न करने की अपील की, लेकिन उन्होंने एक न सुनी। उन्होंने कहा, ‘जब कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय और कलेक्टर के आधिकारिक आवास तक मार्च करने की कोशिश की, तो पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले भी दागे।’ अधिकारी ने बताया कि कलेक्ट्रेट परिसर में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।