हाथ-पैर बांधे…फिर सिर पर हथौड़ा मारकर की सुनीता की हत्या

कन्नौज जिले में टाइल्स लगाने वाले ठेकेदार जसवंत और उसके भतीजे ने सुनीता के हाथ-पैर बांधकर सिर में हथौड़ी मारकर हत्या कर दी। आरोपी कोमल को भी मारना चाहते थे, मगर वह बहादुरी दिखाते हुए शीशा तोड़कर पड़ोस की छत पर कूद गई, जिससे उसकी जान बच गई। दोनों पिछले तीन माह से उनके नए मकान में टायल-पत्थर लगाने का काम कर रहे थे। सोमवार को सुनीता ने पुराने मकान में फर्श की मरम्मत के लिए बुलाया था, तभी दोनों ने वारदात को अंजाम दे दिया।

जिला अस्पताल में बड़ी बेटी कोमल ने बताया कि दोपहर के समय जसवंत और उसका भतीजा घर पर आए और आंगन के पास टूटी फर्श को सही किया और टूटे टायल भी लगाए। मम्मी सुनीता नीचे काम करा रहीं थीं और वह दूसरी मंजिल पर बने कमरे में टीवी देख रही थी। जसवंत और उसके भतीजे ने मम्मी के हाथ पैर बांध दिए और सिर में हथौड़ी मारकर उनकी हत्या कर दी। इसके बाद ऊपर कमरे में उसके पास गए और उसे भी बांध दिया।

दोनों ने अलमारी खोलकर उसमें रखी नकदी व जेवरात निकाल लिए और उसे मारने के लिए चाकू निकाला, तभी उसने छलांग लगाकर शीशे का गेट तोड़ दिया और पड़ोसन सीमा आंटी की छत पर कूद गई। सीमा की बेटी मेघा ने बताया कि जब कोमल उनकी छत पर शोर मचा रही थी, तब उसके गले में रस्सी कसी हुई थी। छोटी बहन दीया बैंक में थी, इस वजह से उसकी जान बच गई। एसपी विनोद कुमार ने मोहल्ले में पहुंचकर पड़ोसियों से भी पूछताछ की और सीसीटीवी फुटेज देखे।

बलरामपुर जिले का रहने वाला है शातिर जसवंत

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मुख्य आरोपी जसवंत मूलरूप से बलरामपुर जिले का रहने वाला है और मकानों में टायल-पत्थर लगाने का काम करता है। जिले में वह तिर्वा कोतवाली क्षेत्र के फगुहा गांव में विनोद दुबे के मकान में किराये पर रहता है। उसका भतीजा भी साथ में रहता है, जो जसवंत को पापा कहकर बुलाता है। इससे लोग उसे बाप-बेटा ही समझते हैं। फगुहा में उसके परिवार के लोगों का भी आना-जाना लगा रहता है। पुलिस उन लोगों के बारे में भी जानकारी कर रही है।

शादी के बाद मायके में ही रह रही कोमल

मोहल्ले के लोगों ने बताया कि कोमल की शादी हो चुकी है, लेकिन ससुराल वालों से विवाद के चलते वह मायके में ही रह रही है। कई लोगों का कहना है कि वह मानसिक रूप से भी बीमार रहती है, इसी वजह से ससुराल वाले उसे नहीं बुला रहे हैं। वह अपनी मां सुनीता के साथ ही रहती है। छोटी बेटी दीया श्रीवास्तव की अभी शादी नहीं हुई है। वह उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक ठठिया शाखा में कैशियर के पद पर कार्यरत है।

छोटा मकान होने की वजह से बनवाया दूसरा मकान

पति की मौत के बाद सुनीता को बीमा क्लेम के रुपये मिले, तो उन्होंने मोहल्ले में ही दूसरा प्लॉट खरीद लिया और उस पर बड़ा मकान बनवाया। जिस मकान में वह रह रहीं हैं, वह दस फीट चौड़ा और 28 फीट लंबा है। इस वजह से कोई रिश्तेदार आ जाता था, तो दिक्कत होती थी। तीन माह पहले मकान तैयार होने पर सुनीता ने जसवंत को वर्ग फीट के हिसाब से टायल-पत्थर लगाने का ठेका दिया था।

ये था पूरा मामला

डकैतों ने दिनदहाड़े महिला और बेटी को बंधक बनाकर लाखों की नकदी व जेवर लूट लिए। विरोध करने पर डकैतों ने महिला की हत्या कर दी, जबकि बेटी की हत्या का प्रयास किया, तो उसने पड़ोसी की छत पर कूद कर जान बचाई। बताया गया कि मकान में टाइल्स लगाने वाले ठेकेदार ने अपने भतीजे और नौ अन्य बदमाशों के साथ वारदात को अंजाम दिया है। एसपी ने डकैतों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमों का गठन किया है।

Related Articles

Back to top button