
CM Rekha Gupta: सीएम रेखा गुप्ता ने रामलीला और दुर्गा पूजा उत्सवों की तैयारियों के लिए कैबिनेट मंत्रियों की अध्यक्षता में समितियों का गठन किया. समितियां चुनौतियों का समाधान और आयोजन सुनिश्चित करेंगी. दिल्ली में धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों की तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो चुकी हैं. इसी क्रम में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने रामलीला और दुर्गा पूजा उत्सवों के सफल आयोजन के लिए विशेष समितियों के गठन की घोषणा की है. इन समितियों की अध्यक्षता उनकी कैबिनेट के वरिष्ठ मंत्री करेंगे, ताकि किसी भी प्रकार की बाधा या चुनौती का समय रहते समाधान सुनिश्चित हो सके.
मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, समाज कल्याण मंत्री रविंद्र इंद्राज सिंह को रामलीला समिति का अध्यक्ष बनाया गया है. समिति में बीजेपी के कई विधायकों को भी शामिल किया गया है, जिनमें अशोक गोयल, अनिल कुमार शर्मा, श्याम शर्मा, संजय गोयल और संदीप सहरावत के नाम प्रमुख हैं. वहीं मंडलायुक्त नीरज सेमवाल को समिति का सदस्य सचिव नियुक्त किया गया है. समिति की जिम्मेदारी होगी कि राजधानी में विभिन्न स्थानों पर होने वाली रामलीला के आयोजन में किसी प्रकार की दिक्कत न आए और स्थानीय स्तर पर आवश्यक सहयोग समय पर उपलब्ध कराया जा सके.
मनजिंदरसिंह सिरसा करेंगे समिति की अध्यक्षता
जानकारी के अनुसार, दुर्गा पूजा समारोह से संबंधित समिति की अध्यक्षता पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा करेंगे. दुर्गा पूजा, दिल्ली में बंगाली समाज के साथ-साथ अन्य समुदायों के बीच भी बड़े स्तर पर मनाया जाने वाला पर्व है. इस समिति का कार्य यह सुनिश्चित करना होगा कि विभिन्न पंडालों और आयोजनों के लिए प्रशासनिक मंजूरी, सुरक्षा व्यवस्था, स्वच्छता और यातायात प्रबंधन समय पर हो.
धार्मिक और सांस्कृतिक पर्व शांति के साथ मनाएं- रेखा गुप्ता
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि यह समितियां केवल आयोजनों के औपचारिक प्रबंधन के लिए नहीं, बल्कि उत्सवों से जुड़ी संभावित चुनौतियों और कठिनाइयों का त्वरित समाधान करने के लिए बनाई गई हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि दिल्ली सरकार का उद्देश्य यह है कि राजधानी में रहने वाले सभी समुदाय अपने धार्मिक और सांस्कृतिक पर्व शांति और सौहार्द्र के साथ मना सकें.
जनता के बीच बेहतर तालमेल होगा स्थापित
दिल्ली सरकार का मानना है कि इन समितियों के गठन से आयोजनों में पारदर्शिता और जिम्मेदारी दोनों बढ़ेंगी. साथ ही स्थानीय प्रशासन, आयोजक समितियों और जनता के बीच बेहतर तालमेल स्थापित होगा. इससे न केवल धार्मिक आस्थाओं का सम्मान होगा, बल्कि दिल्ली की सांस्कृतिक विविधता और साझा विरासत को भी मजबूती मिलेगी.
इस निर्णय को राजधानी में धार्मिक आयोजनों के प्रबंधन को लेकर सरकार की दूरदर्शी पहल माना जा रहा है, जो आने वाले समय में बड़े त्योहारों के दौरान सुव्यवस्थित व्यवस्था सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाएगा.