भारत के सामने अमेरिका की निकली हेकड़ी! US कंपनी GE ने HAL को तीसरा F-404 इंजन सौंपा, तेजस में लगेगा ये

अमेरिकी कंपनी GE ने HAL को तीसरा F-404 इंजन डिलीवर किया, जिससे LCA Tejas Mark-1A प्रोजेक्ट को गति मिल चुकी है. भारत के लिए यह सिर्फ़ एक लड़ाकू विमान प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि Make in India का प्रतीक है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के तेवर ढीले होने के तुरंत बाद अमेरिकी कंपनी GE ने HAL को तीसरे एविएशन इंजन (F-404) की डिलीवरी कर दी है. माना जा रहा है कि चौथा इंजन भी इस महीने के आखिर तक भारत आ सकता है. पिछले महीने (अगस्त) में अमेरिका से एक भी इंजन की सप्लाई नहीं हुई थी. उस दौरान भारत और अमेरिका के संबंधों में जबरदस्त खटास थी. डील के मुताबिक, इस वर्ष (2025-2) तक GE से हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (AHL) को कुल 99 में से 12 इंजन मिलने हैं. इन इंजन का इस्तेमाल LCA-तेजस फाइटर जेट के उन्नत वर्जन एलसीए मार्क-1ए के लिए इस्तेमाल होना है. अमेरिका से इंजन की डिलीवरी करीब दो साल के देरी से हो रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चीन (31 अगस्त-1 सितंबर) दौरे के बाद बुधवार (10 सितंबर 2025) को लगातार तीसरी बार ट्रंप ने भारत की तारीफ की थी. ट्रंप के ताजा बयान के बाद पीएम मोदी ने भी कहा है कि भारत और अमेरिका बहुत अच्छे मित्र और स्वाभाविक साझेदार हैं. ऑपरेशन सिंदूर में ट्रंप की मध्यस्थता को नकारने के चलते भारत और अमेरिका के संबंधों में खटास आ गई थी. ट्रंप ने भारत को डेड-इकोनोमी तक करार देते हुए 50 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया था, लेकिन भारत की नीतियों के आगे ट्रंप को झुकना पड़ा और मोदी से मिलने तक की ख्वाहिश जता दी. उल्लेखनीय है कि अमेरिका से एविएशन इंजन की सप्लाई में हो रही देरी के बावजूद, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (AHL), भारतीय वायुसेना को एलसीए तेजस फाइटर जेट के दो एडवांस वर्जन मार्क-1ए की डिलीवरी करने जा रहा है.

AHL ने LCA के मार्क-1ए के दस वर्जन तैयार किए
AHL ने LCA मार्क-1ए के दस वर्जन तैयार कर लिए हैं,  लेकिन अमेरिका की GE कंपनी से F-404 इंजन की सप्लाई में लगातार देरी हो रही है. ऐसे में LCA मार्क-1ए प्रोजेक्ट बेहद देरी से चल रहा है. इसे लेकर वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह अपनी नाराजगी सार्वजनिक तौर से जाहिर कर चुके हैं. जानकारी के मुताबिक, इसी महीने (सितंबर में) LCA मार्क-1ए का फायरिंग परीक्षण है. इस दौरान, स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) से स्वदेशी अस्त्रा (बियॉन्ड विजुअल रेंज) मिसाइल और शॉर्ट रेंज एयर टू एयर मिसाइल फायर किया जाना है. इस परीक्षण के बाद वायुसेना को दो एलसीए विमान सौंप दिए जाएंगे. LCA मार्क-1ए के निर्माण के लिए भले ही अमेरिका से एविएशन इंजन की सप्लाई बेहद सुस्त गति से चल रही है, लेकिन सरकार ने पिछले महीने वायुसेना के लिए अतिरिक्त 97 स्वदेशी लड़ाकू विमानों की खरीद को हरी झंडी दे दी है.

AHL से वायुसेना के लिए करार
वर्ष 2021 में रक्षा मंत्रालय ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (AHL) से वायुसेना के लिए 83 लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) मार्क-ए का करार किया था. इस करार की कुल कीमत करीब 48 हजार करोड़ थी. इन LCA लड़ाकू विमानों के लिए भारत ने अमेरिका की GE कंपनी से 99 F-404 एविएशन इंजन का सौदा किया था. पिछले दो साल से अमेरिका से इन एविएशन इंजन की सप्लाई एचएएल को ठीक प्रकार से नहीं हो पाई है. अभी तक महज दो (02) इंजन की सप्लाई ही अमेरिका से हुई है. अमेरिका का दावा है कि ग्लोबल सप्लाई चेन बाधित होने के चलते ऐसा हो रहा है, लेकिन माना जा रहा है कि पहले खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कोशिश की साजिश रचने और अब टैरिफ वॉर (और ऑपरेशन सिंदूर) के चलते, सप्लाई बेहद धीमी गति से हो रही है.

LCA प्रोजेक्ट की समीक्षा की
AHL का दावा है कि इंजन सप्लाई दुरुस्त होने से वायुसेना को इस साल (मार्च 2026) तक 10 लड़ाकू विमानों की सप्लाई हो सकती है. जुलाई महीने में प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के प्रिंसिपल सेक्रेटरी पीके मिश्रा ने खुद AHL की बेंगलुरू स्थित फैसिलिटी का दौरा कर LCA प्रोजेक्ट की समीक्षा की थी.

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