‘महाभारत के रिश्ते जीवन जेल में ही बिताएंगे…’, CM योगी आदित्यनाथ ने किसके लिए कही है ये बात?

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मुझे याद है जब पहली बार हम लोगों ने पुलिस की भर्ती करनी प्रारंभ की थी. जगह खाली थी लेकिन हम लोगों को ट्रेनिंग करने की समस्याएं खड़ी हुई थी. लखनऊ में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) द्वारा चयनित कनिष्ठ सहायकों और एक्स-रे टेक्नीशियनों के नियुक्ति-पत्र वितरण हेतु आयोजित कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा ऐलान किया है. इस कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा कि  पिछले आठ वर्षों में हम लोगों ने 219000 पुलिस कार्मिकों की भर्ती सफलतापूक की है जो उत्तर प्रदेश के अंदर अपनी सेवाएं दे रहे हैं. आप सोचो कि 219000 पुलिस की भर्ती केवल इन आठ वर्षों के अंदर संपन्न हुई है, जिसमें से अभी हाल ही में 60 हजार 200 से अधिक पुलिस कार्मिकों की भर्ती भी संपन्न हुई है.

सीएम योगी ने कहा कि कहां 3000 की ट्रेनिंग नहीं हो पाती थी, आज 60 हजार से ज्यादा उत्तर प्रदेश के नौजवान उत्तर प्रदेश में ही ट्रेनिंग ले रहे हैं. भर्ती की प्रक्रिया में भी ऐसे ही होता था और किस प्रकार की भर्तियां होती थी. हमें बहुत सारी भर्तियों को उस समय सीबीआई को देना पड़ा था. इस समय आप देख रहे होंगे एक व्यक्ति आठ-आठ जगह में नाम लिखा करके पैसा लिए जा रहा था. वह तो जब जांच में सामने आया तब पता लग रहा है यह कौन लोग हैं? यह वही लोग हैं जो एक परिवार के लोग पैसा लेकर के और यह भर्ती करते थे और उत्तर प्रदेश की जनता को इस प्रकार के लूटते थे. जो लूट आज उस रूप में देखने को मिली. वह भर्ती 2016 की भर्ती है वो और जांच करवाई थी हम लोगों ने.

महाभारत के रिश्ते जीवन जेल में ही बिताएंगे- सीएम योगी 

सीएम योगी ने कहा कि जांच अभी चल रही है और जांच समय पर हो जाएगी तो बहुत सारे ऐसे महाभारत के रिश्ते अब बाकी का जीवन जेल में ही बिताने के लिए मजबूर होंगे. क्योंकि उनके कारनामे ऐसे थे कि वे कारनामे उत्तर प्रदेश को लगातार धरातल की ओर ले जा रहे थे. विकास की बुलंदियों को छूने की बजाय उसको गर्त की ओर धकेलने में सहायक हो रहे थे और यही होता था. 

यूपी के ट्रेनिंग सेंटर में सभी नौजवान कर रहे हैं ट्रेनिंग- सीएम योगी

इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि मुझे याद है जब पहली बार हम लोगों ने पुलिस की भर्ती करनी प्रारंभ की थी. जगह खाली थी लेकिन हम लोगों को ट्रेनिंग करने की समस्याएं खड़ी हुई थी, भर्ती हमने 50 हजार की निकाली. भर्ती किए तो हमारे पास ट्रेनिंग सेंटर नहीं थे, हमने जब रिव्यू किया तो पता लगा केवल 3000 पुलिस कार्मिकों की ट्रेनिंग एक साथ हो सकती है इससे ज्यादा नहीं. हमने मिलिट्री, पैरामिलिट्री अन्य राज्यों के ट्रेनिंग सेंटर लिए तब किसी प्रकार से उस ट्रेनिंग को हम पूरा कर पाए थे. इस बार हमने 60 हजार 200 पुलिस कार्मिकों की भर्ती की. आरक्षी पुलिस की इस भर्ती में 60 हजार 244 भर्ती की प्रक्रिया को संपन्न करने के बाद आज उत्तर प्रदेश के ही ट्रेनिंग सेंटर में सभी नौजवान अपनी ट्रेनिंग ले रहे हैं और बेहतरीन सुविधा हम लोगों ने वहीं पर उनको देकर के उत्तर प्रदेश के अंदर इंफ्रास्ट्रक्चर को इस रूप में आगे बढ़ाया है.

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