
हरियाणा में यमुना और मारकडा नदी उफान पर है। पानी सड़कों और गांवों तक आया है। 36 घंटे भारी बारिश की संभावना है। फील्ड अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। पांच जिलों के कुछ स्कूल भी बंद किए हैं।
पहाड़ों और मैदानी इलाकों में हो रही बारिश से चार नदियों में उफान के कारण हरियाणा के 11 जिलों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। यमुना, घग्गर, मारकंडा और टांगरी नदियां खतरे के निशान पर बह रही हैं। सोमवार को यमुना नदी पर बने हथिनीकुंड बैराज का जलस्तर सीजन में पहली बार 3,31,653 क्यूसेक पर पहुंच गया। बैराज के सभी 18 मेट खोल दिए गए हैं।
उफनाई यमुना देर शाम यमुनानगर की सड़कों और गांवों तक पहुंच गई। इससे लोगों में अफरातफरी मचने लगी। प्रशासन ने यमुना नदी किनारे बसे गांवों में रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा है।
कुरुक्षेत्र में मारकंडा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और पट्टी जामरा गांव के घरों तक पहुंच गया। उधर, अंबाला के मुलाना में मारकंडा और अंबाला शहर के पास गुजरने वाली घग्गर नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया।