
झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र का तीसरा दिन मंगलवार को हंगामे की भेंट चढ़ गया। सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायक आमने-सामने आ गए। सत्तापक्ष के विधायकों ने एसआईआर के मुद्दे पर केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया, वहीं विपक्षी भाजपा विधायकों ने पूर्व नेता सूर्या हांसदा हत्याकांड की सीबीआई जांच और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को सम्मान देने की मांग उठाई।
सुबह 11 बजकर 10 मिनट पर कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा तेज हो गया। झामुमो विधायक प्रदीप यादव ने एसआईआर वापस लेने की मांग की, जिसके बाद सदन में “वोट चोर गद्दी छोड़ो” जैसे नारे गूंजने लगे। इसके बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ही वेल में घुस गए और हंगामा करने लगे। इस दौरान विपक्षी विधायकों ने वेल में लगे पोस्टर तक फाड़ डाले। स्पीकर ने स्थिति संभालने की कोशिश की, लेकिन हंगामा नहीं रुका। अंततः स्पीकर को कार्यवाही केवल तीन मिनट चलने के बाद 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।