
राजस्थान में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित है. कोटा, बूंदी और सवाई माधोपुर में बाढ़ जैसे हालात हैं. स्कूल-कॉलेज बंद किया गया है. सेना और प्रशासन बचाव कार्य में जुटे हैं. राजस्थान में शुक्रवार (22 अगस्त) की रात से जारी भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. जैसलमेर और बीकानेर को छोड़कर लगभग सभी जिलों में शनिवार (23 अगस्त) को बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है.
हालात को देखते हुए राज्य के करीब एक दर्जन जिलों में आज स्कूल और कॉलेज बंद रखने का निर्णय लिया गया है. कोटा, सवाई माधोपुर, बूंदी और बारा जिले में हालात सबसे ज्यादा गंभीर बताए जा रहे हैं.
बाढ़ जैसे हालात, सेना की मदद से बचाव कार्य
कई जिलों में जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है. कोटा जिले के कुछ गांवों में फंसे लोगों को निकालने के लिए सेना को तैनात किया गया है. बूंदी जिले के केशोरायपाटन क्षेत्र में 212 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिसके बाद ग्रामीणों और मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का काम चल रहा है. जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि वर्मा ने बताया कि पंचायत राज विभाग, एसडीआरएफ और सिविल डिफेंस की टीम लगातार राहत कार्य में जुटी हुई है.
राहत कार्य और प्रशासन की तैयारी
भारी बारिश की वजह से गांवों में फसलें डूब गईं और कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं. प्रशासन ने लोगों को स्कूलों और सामुदायिक भवनों में शिफ्ट किया है. कोटा, बूंदी और सवाई माधोपुर में बाढ़ के हालात से निपटने के लिए टीमें लगातार गश्त कर रही हैं.
फिलहाल इन जिलों में बारिश थमी हुई है, लेकिन अगर शनिवार को फिर से तेज बारिश होती है तो हालात और बिगड़ सकते हैं.
अधिकारियों के अनुसार, कोटा जिले में दो दिन से हो रही लगातार बारिश एवं अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन ने त्वरित गति से राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिए है.
जिला प्रशासन की मदद के लिए सेना स्टेशन कोटा से सेना की गांडीव डिवीजन की इन्फेंट्री रेजिमेंट के 80 जवानों की टीम दीगोद तहसील के निमोदा गांव पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया.
सीएम ने दिए अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सभी जिलों के कलेक्टर और संबंधित सरकारी अमले को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त संसाधन तैयार रखें.
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 24 घंटे में कई जिलों में फिर से भारी बारिश हो सकती है. ऐसे में प्रशासन और आम जनता दोनों को सतर्क रहने की जरूरत है.