थकान-डिप्रेशन और हाथ-पैरों में झनझनाहट, Vitamin B12 की कमी के लक्षण तो नहीं ऐसे करें बचाव

आज के समय में ज्‍यादातर लोग ऐसे हैं जो क‍िसी न क‍िसी समस्‍याओं से जूझ रहे हैं। इसके पीछे उनकी अनहेल्‍दी लाइफस्‍टाइल और खराब खानपान की आदतें ही ज‍िम्‍मेदार हैं। कहते हैं अगर हेल्‍दी डाइट ली जाए तो इससे कई बीमार‍ियों से बचा जा सकता है। हालांक‍ि, आज के समय में ज्‍यादातर लोग ऐसे हैं जो अल्‍ट्रा प्रॉसेस्‍ड फूड को तवज्‍जो दे रहे हैं। इससे उनके शरीर में पोषण की कमी हो जा रही है।

शरीर को सही ढंग से काम करने के ल‍िए सभी वि‍टाम‍िन्‍स और म‍िनरल्‍स की जरूरत होती है। अगर इसकी कमी हो जाए तो आप कई बीमार‍ियों का श‍िकार हो जाते हैं। उन्‍हीं में से व‍िटाम‍िन बी 12 की कमी भी एक है। इसकी कमी होना कोई आम नहीं है। इसकी कमी के कारण कमजोरी, थकान, खून की कमी, हाथ-पैर में झनझनाहट, शरीर पीला पड़ना, मुंह में छाले, डिप्रेशन और मूड स्विंग्स जैसी परेशानियां हो सकती हैं। आज हम आपको इस व‍िटाम‍िन के बारे में व‍िस्‍तार से जानकारी देने जा रहे हैं।

विटामिन B12 की कमी क्या है?
आपको बता दें क‍ि विटामिन B12 की कमी तब होती है जब आपके शरीर को खाने से ये विटामिन सही मात्रा में नहीं मिलता या फिर शरीर इसे सही तरह से एब्‍जॉर्ब नहीं कर पाता है। ये एक ऐसी स्थिति होती है जिसे दवाइयों और सप्लीमेंट्स से आसानी से ठीक किया जा सकता है। अगर इलाज न हो तो इसकी वजह से शारीरिक, मानसिक और नर्व्स से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं।

विटामिन B12 क्या है?
क्‍लीवलैंड क्‍लीन‍िक के मुताब‍िक, विटामिन B12 एक जरूरी पोषक तत्व है, जो आपके शरीर की नसों और खून की कोशिकाओं को हेल्‍दी रखता है। ये DNA बनाने में भी मदद करता है, जो आपके हर सेल का जरूरी हिस्सा होता है। शरीर खुद से विटामिन B12 नहीं बना सकता। इसे हमें खाने-पीने से ही लेना पड़ता है। आमतौर पर ये मांस, अंडा, दूध और दही में पाया जाता है। इसके अलावा कुछ फोर्टिफाइड खाने-पीने की चीजों में भी इसे डाला जाता है, जैसे ब्रेड, सीरियल और न्यूट्रिशनल यीस्ट।

शरीर विटामिन B12 कैसे एब्‍जॉर्ब करता है?
खाने से विटामिन B12 को शरीर में पहुंचाने के लिए दो चीजें जरूरी हैं। पहला तो पेट में बनने वाला हाइड्रोक्लोरिक एसिड खाने से B12 को अलग करता है। इसके बाद ये इंट्रिंसिक फैक्टर (Intrinsic factor) नाम के एक प्रोटीन से मिल जाता है। तभी शरीर इसे एब्‍जॉर्ब कर पाता है।

विटामिन B12 की कमी से होने वाला एनीमिया क्या है?
जब शरीर में B12 की कमी हो जाती है तो रेड ब्‍लड सेल्‍स (Red blood cells) अच्‍छी मात्रा में नहीं बन पातीं। इसे ही विटामिन B12 की कमी से होने वाला एनीमिया कहा जाता है। इसकी कमी किसी भी उम्र में किसी को भी हो सकती है, लेकिन 60 साल से ऊपर के लोगों में ये ज्‍यादा देखने को मिलती है।

विटामिन B12 की कमी क्यों होती है?
खाने में कमी: जो लोग मांस, अंडा, दूध जैसी चीजें नहीं खाते हैं और फोर्टिफाइड खाने का इस्तेमाल नहीं करते हैं।
गैस्ट्राइटिस: पेट की झिल्ली (lining) में सूजन होने से एसिड कम बनता है और शरीर B12 एब्‍जॉर्ब नहीं कर पाता है।
पर्निशियस एनीमिया: इसमें शरीर इंट्रिंसिक फैक्टर नहीं बनता है, जिसकी वजह से B12 नहीं एब्‍जॉर्ब हो पाता है।
डाइजेस्‍ट‍िव स‍िस्‍टम की बीमारियां: जैसे क्रोहन ड‍िजीज (Crohn’s disease) और सीलिएक रोग (Celiac disease)।
सर्जरी: गैस्ट्रिक बाईपास जैसी सर्जरी के बाद।

विटामिन B12 की कमी के लक्षण
इसके लक्षण धीरे-धीरे नजर आते हैं और समय के साथ बढ़ भी सकते हैं। कभी-कभी किसी व्यक्ति को इसकी कमी होने के बावजूद कोई लक्षण महसूस नहीं होते हैं।

शारीरिक लक्षण
थकान या कमजोरी
जी मिचलाना
उल्टी या दस्त
भूख कम लगना
वजन कम होना
मुंह या जीभ में जलन होना
त्वचा का पीली पड़ना

नर्व्स से जुड़े लक्षण
हाथ-पैरों में झनझनाहट या सुन्नपन महसूस होना
धुंधला दिखाई देना
भूलने की समस्या या आसानी से कंफ्यूज होना
चलने या बोलने में कठिनाई होना

मानसिक लक्षण
डिप्रेशन
चिड़चिड़ापन
व्यवहार में बदलाव

इसे कैसे रोका जा सकता है?
मांस, मछली, अंडे, दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स
फोर्टिफाइड फूड्स जैसे नाश्ते के सीरियल, न्यूट्रिशनल यीस्ट, पौधों से बने दूध (Plant milk) और कुछ ब्रेड
विटामिन B12 सप्लीमेंट्स (डॉक्टर की सलाह से)
इन बातों का रखें ध्‍यान

शराब पीने से बचें
पाचन से जुड़ी बीमारियां हैं तो डॉक्टर से सलाह लें

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