
सीएम योगी का यह दौरा प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से जुड़ी तैयारियों की समीक्षा के लिहाज से भी अहम माना जा रहा है. मुख्यमंत्री शनिवार को खुद प्रधानमंत्री की एयरपोर्ट पर अगवानी करेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी दौरे से एक दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार देर शाम काशी पहुंचे. उन्होंने सबसे पहले बाबा काल भैरव मंदिर में दर्शन-पूजन किया फिर श्री काशी विश्वनाथ धाम पहुंचकर बाबा विश्वनाथ के चरणों में शीश नवाया. यह सावन माह में मुख्यमंत्री का तीसरा दौरा रहा जब उन्होंने बाबा विश्वनाथ के दरबार में हाजिरी दी. इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश की जनता के सुख शांति और समृद्धि की कामना की.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह दौरा प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से जुड़ी तैयारियों की समीक्षा के लिहाज से भी अहम माना जा रहा है. मुख्यमंत्री शनिवार को खुद प्रधानमंत्री की एयरपोर्ट पर अगवानी करेंगे और बनौली गांव में आयोजित जनसभा की तैयारियों को अंतिम रूप देंगे.
पीएम मोदी 2200 करोड़ की योजनाएं देंगे
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार सुबह वाराणसी के सेवापुरी ब्लॉक के बनौली गांव में एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे. इस दौरान वह करीब 2200 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे. इनमें सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा और किसानों से जुड़ी कई विकास योजनाएं शामिल हैं. इस जन सभा में हजारों कार्यकर्ताओं के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही.
प्रदेश अध्यक्ष और डिप्टी सीएम भी रहेंगे मौजूद
इस कार्यक्रम में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक भी शामिल होंगे. वाराणसी में पार्टी कार्यकर्ता प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां पूरे आयोजन को लेकर सक्रिय हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी से सांसद हैं और उनका यह संसदीय क्षेत्र विकास के कई मॉडल प्रोजेक्ट्स की वजह से देशभर में चर्चा में रहा है. श्री काशी विश्वनाथ धाम का पुनर्विकास, गंगा घाटों का सौंदर्यीकरण, रिंग रोड और फ्लाईओवर निर्माण जैसे कई बड़े कार्य इसी क्षेत्र में हुए हैं.
सीएम योगी वाराणसी के विकास के लिए गंभीर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बार-बार बाबा विश्वनाथ के दरबार में पहुंचना न सिर्फ श्रद्धा का प्रतीक है बल्कि वाराणसी के विकास में उनकी विशेष दिलचस्पी को भी दर्शाता है. सावन माह में बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने लाखों श्रद्धालु काशी पहुंचते हैं ऐसे में मुख्यमंत्री का यह दौरा प्रधानमंत्री की अगवानी के साथ साथ धार्मिक आस्था और प्रशासनिक सतर्कता दोनों का प्रतीक बन रहा है.