
चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरोपों को गैर-जिम्मेदाराना करार दिया. ECI ने कहा कि हम रोज-रोज लगाए जा रहे ऐसे बेबुनियाद आरोपों को नजरअंदाज करते हैं. भारतीय चुनाव आयोग ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर से लगाए गए मतदाता चोरी के आरोपों को खारिज किया. चुनाव आयोग ने चुनाव अधिकारियों से निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से काम करते हुए गैर-जिम्मेदाराना बयानों को नजरअंदाज करने को कहा है.
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर वोट चोरी का आरोप लगाया
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने संसद भवन परिसर में शुक्रवार (1 अगस्त 2025) को चुनाव आयोग पर वोट चोरी आरोप लगाया और कहा कि हमारे पास इसके पुख्ता सबूत हैं. बिहार एसआईआर पर उन्होंने कहा, “इस वोट चोरी में चुनाव आयोग शामिल है और मैं ये हल्के में नहीं कह रहा हूं. मैं ये पुख्ता सबूत के साथ बोल रहा हूं. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि चुनाव आयोग में ऊपर से नीचे तक जो भी इस काम में शामिल है, हम उसे नहीं छोड़ेंगे.”
बेबुनियाद आरोपों को नजरअंदाज करते हैं- ECI
चुनाव आयोग ने कहा, “हम रोज-रोज लगाए जा रहे ऐसे बेबुनियाद आरोपों को नजरअंदाज करते हैं. रोज-रोज दी जा रही धमकियों के बावजूद निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से काम कर रहे चुनाव कर्मियों को ऐसे गैर-जिम्मेदाराना बयानों पर ध्यान न देने के लिए कहा गया है.”
हमने अपनी जांच शुरु की- राहुल गांधी
चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हुए राहुल गांधी ने कहा, “मध्य प्रदेश और लोकसभा चुनावों के नतीजों के बाद विपक्ष का संदेह और बढ़ गया. महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के बाद यह और गहरा हो गया. खासकर जब हमने देखा कि अंतिम मतदाता सूची में अचानक एक करोड़ नए मतदाता जुड़ गए हैं. भी हमें एहसास हुआ कि चुनाव आयोग कोई कार्रवाई नहीं करेगा इसलिए हमने अपनी जांच शुरु की.”
राहुल गांधी ने कहा कि उनकी जांच में जो कुछ सामने आया है, वह ‘परमाणु बम’ से कम नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि एक बार यह फट गया तो चुनाव आयोग के पास छिपने की कोई जगह नहीं बचेगी. इंडिया गठबंधन बिहार एसआईआर को लोकतंत्र पर हमला बता रहा है और इसे रोकने की मांग कर रहा है.