शेयर बाजार में इस स्टॉक ने मचाया गदर, एक ही दिन में लगाई 620 रुपये की लंबी छलांग; ब्रोकरेज ने इतना बढ़ाया टारगेट

आज डिक्सन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के शेयर 4 परसेंट से अधिक की बढ़त के साथ 14,950 रुपये पर कारोबार कर रहे हैं, जो पिछले बंद भाव 14321.20 रुपये के मुकाबले 620 रुपये ज्यादा है. भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत आज 27 जून को तेजी के साथ हुई. हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही बढ़त के साथ खुले हैं. सेंसक्स की 30 कंपनियों में से 27 कंपनियों के शेयर हरे निशान पर खुले.

निफ्टी 50 में से 46 कंपनियों के शेयर भी तेजी के साथ हरे निशान पर खुले. शेयर बाजार में लौटी इस रौनक के बीच आज डिक्सन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के शेयर 4 परसेंट से अधिक की बढ़त के साथ 14,950 रुपये पर कारोबार कर रहे हैं, जो पिछले बंद भाव 14321.20 रुपये के मुकाबले 620 रुपये ज्यादा है. 

ब्रोकरेज ने दिया 21409 का टारगेट 

डिक्सन के शेयरों में आई इस तेजी के पीछे ब्रोकरेज फर्म नोमुरा की दी गई रेटिंग है. नोमुरा ने न केवल डिक्सन के स्टॉक पर ‘खरीदें’ की अपनी रेटिंग बरकरार रखी, बल्कि इसके टारगेट प्राइस को भी बढ़ाकर 21,409 कर दिया.

ब्रोकरेज का कहना है कि भारत का मोबाइल इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सर्विस (EMS) इंडस्ट्री में डिक्सन, डीबीजी टेक्नोलॉजी (चीन), भगवती (अनलिस्टेड), बीवाईडी (हांगकांग), यूटीएल नियोलिंक (अनलिस्टेड) और टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स (अनलिस्टेड) जैसी कुछ बड़ी कंपनियों की भागीदारी बढ़ सकती है. इनमें भी डिक्सन के पास सबसे बड़ा मार्केट शेयर होने की उम्मीद जताई जा रही है. 

क्या करती है कंपनी? 

नोमुरा ने यह भी कहा कि ओरिजिनल डिजाइन मैन्युफैक्चरिंग (ODM) के लिए डिक्सन की लॉन्गचीयर के साथ पार्टनरशिप और वीवो व ट्रांसशन जैसी कंपनियों की हिस्सेदारी इसे ग्राहकों के लिए अधिक भरोसेमंद बनाती है. डिक्सन में दूसरी कंपनियों के मुकाबले नए ग्राहकों की संख्या तेजी के साथ बढ़ी है.

डिस्कन टेक्नोलॉजी के कस्टमर्स की लिस्ट में सैमसंग, शाओमी, गूगल, नोकिया (HMD Global), ओप्पो, पैनासोनिक, बोट, फिलिप्स और एलजी जैसी बड़ी कंपनियां शामिल हैं. डिक्सन के साथ मिलकर ये कंपनियां तमाम इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों जैसे कि टेलीविजन, स्मार्टफोन, सेट टॉप बॉक्स वगैरह बनाती है. चूंकि डिक्सन के कस्टमर्स की संख्या बड़ी है, ऐसे में इनमें से किसी एक से भी डिमांड कम होने की स्थिति में कंपनी को अधिक नुकसान होने का जोखिम कम है. 

प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट पर भी फोकस

मार्च-मई 2025 के बीच डिक्सन ने ट्रांसियन (Infinix, Tecno,iTel) और मोटोरोला के साथ मिलकर 4 गुना अधिक प्रोडक्ट्स का एक्सपोर्ट किया. बता दें कि ट्रांसियन के साथ मिलकर डिक्सन मोटोरोला, गूगल पिक्सेल जैसी कई कंपनियों के लिए स्मार्टफोन बनाती है और अधिक से अधिक यूनिट्स के एक्सपोर्ट का भी लक्ष्य रखती है.

नोमुरा का कहना है कि मोटोरोला, जो अमेरिका में लगभग 10 मिलियन यूनिट बेचता है, मुख्य रूप से चीन से सोर्स किया जाता है. ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी के चलते इसका मैन्युफैक्चरिंग बेस भारत में शिफ्ट हो सकता है, जिससे भारत की लोकल मोबाइल इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सर्विस (EMS) इंडस्ट्री को फायदा पहुंचेगा. 

कंपनी के मार्च तिमाही के नतीजे भी शानदार रहे. FY25 की मार्च तिमाही में डिक्सन टेक का नेट प्रॉफिट चार गुना बढ़कर 464.95 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. कंपनी का ऑपरेश्नल रेवेन्यू 10,292.54 रुपये रहा. 

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