
दिल्ली पुलिस ने पंजाबी बाग में हुई हत्याकांड को 36 घंटे में सुलझा लिया है. पुलिस ने 250 से अधिक सीसीटीवी फुटेज की जांच की और मुखबिरों की मदद से आरोपियों की पहचान की. पश्चिमी दिल्ली के पंजाबी बाग थाना इलाके में हुई एक सनसनीखेज हत्या के मामले को दिल्ली पुलिस ने महज 36 घंटों के भीतर सुलझा लिया है. रात के अंधेरे में हुई इस हत्या में पुलिस के पास शुरुआत में न कोई ठोस सुराग था और न ही आरोपियों की पहचान. बावजूद इसके पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज और जमीनी खुफिया नेटवर्क की मदद से चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
युवकों के बीच कहासुनी ने लिया हिंसक रूप
डीसीपी विचित्र वीर के मुताबिक, 22 जून की आधी रात को नारवीर नाम के एक युवक ने पुलिस को सूचना दी कि वह अपने दोस्तों दुर्गेश, कप्तान और आकाश के साथ पंजाबी बाग के ट्रांसपोर्ट सेंटर में सिगरेट पीने गया था. जहां मौजूद कुछ अज्ञात युवकों के साथ उनका झगड़ा हो गया, जो देखते ही देखते हिंसक हो गया.
उन युवकों ने नुकीली चीजों और वहां पड़ी ईंट-पत्थरों से उन पर हमला कर कर दिया और फिर वहां से फरार हो गए. उनके हमले की वजह से दुर्गेश लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़ा. जिसे तुरंत ही वे अस्पताल लेकर गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
ढाई सौ से ज्यादा सीसीटीवी फुटेजों को पुलिस ने खंगाला
डीसीपी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए स्पेशल स्टाफ और पंजाबी बाग थाने की संयुक्त टीम गठित की गई. जिसमें इंस्पेक्टर संजीव कुमार, इंस्पेक्टर दिनेश कुमार मीणा, एसआई संदीप दलाल, एसआई संदीप बिश्नोई एवं अन्य शामिल थे. टीम ने घटनास्थल और उसके आसपास के 250 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले और स्थानीय लोगों से पूछताछ की.
36 घंटों में भीतर चार आरोपी दबोचे
जांच के दौरान सीसीटीवी कैमरे में दिख रहे चेहरों को पहचानने के लिए पुलिस ने अपने स्थानीय मुखबिरों की मदद ली. आखिरकार अथक प्रयासों के बाद पुलिस आरोपियों का पता करने और उनकी पहचान करने में कामयाब हुई और वारदात के बाद महज 36 घंटों के भीतर पुलिस ने चार आरोपियों को दबोच लिया. उनकी पहचान, हिमांशु पासवान उर्फ साहिल (20), दीपक (20), परवीन (22) और मोहम्मद नेकत (20) के रुप में हुई. ये अशोक विहार और पंजाबी बाग इलाके के रहने वाले हैं. इस मामले में पुलिस अब आगे की जांच में जुटी हुई है.