
ईरानी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार करीब 10 दिनों से इजरायल के साथ चल रहे संघर्ष में अब तक ईरान के 400 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 3,500 लोग घायल हुए हैं. ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हमलों के बाद सोमवार (23 जून, 2025) को पहली प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इन हमलों को बड़ा अपराध करार देते हुए कसम खाई कि इजरायल को इसकी भारी कीमत चुकानी होगी और उसको दी जा रही सजा जारी रहेगी. हालांकि, अयातुल्लाह अली खामेनेई ने अपने बयान में अमेरिका का नाम नहीं लिया.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर खामेनेई ने कहा, ‘सजा जारी है. यहूदी दुश्मन ने बहुत बड़ी गलती की है, एक बड़ा जुर्म किया है. उसे सजा मिलनी चाहिए और मिल रही है. अभी इस वक्त ही सजा दी जा रही है.’ अमेरिका ने रविवार को ईरान के तीन परमाणु ठिकानों, इस्फाहान, नतांज और फोर्डो पर हमला किया था, जिस पर खामेनेई ने पहली बार कुछ कहा है.
अमेरिका की एंट्री से मिडिल ईस्ट में बड़ी तेजी से हालात बदल रहे हैं. रविवार (भारतीय समयानुसार) को अमेरिका ने ईरान के खिलाफ ऑपरेशन मिडनाइट हैमर चलाया, जिसमें बी2 स्टेल्थ बॉम्बर के जरिए अमेरिका ने ईरान के कुछ इलाकों में बम बरसाए. इस्फाहान, फोर्डो और नतांज के तीन प्रमुख परमाणु स्थलों को निशाना बनाया गया.ईरान की सरकारी न्यूज एजेंसी आईएसएनए के अनुसार, रविवार देर रात इस्फाहान प्रांत में इजरायल के ड्रोन हमले में एक एंबुलेंस को निशाना बनाया गया, जिसमें तीन लोग मारे गए. नजाफाबाद काउंटी के गवर्नर हमीदरेजा मोहम्मदी फेशारकी ने बताया कि ये एंबुलेंस एक मरीज को लेकर जा रही थी. हमले में ड्राइवर, मरीज और उसके साथ मौजूद व्यक्ति की मौत हो गई.
रविवार को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी कहा कि इजरायल अपने अभियान को आगे बढ़ाएगा. उन्होंने कहा कि ईरान और गाजा दोनों में पूरी ताकत से इजरायल अपना काम करना जारी रखेगा. नेतन्याहू ने कहा, ‘हम अपने लक्ष्य हासिल करने से पहले इस ऐतिहासिक अभियान को नहीं रोकेंगे.’
करीब 10 दिन से इजरायल और ईरान युद्ध के मैदान में हैं. 13 जून को ईरान में परमाणु और सैन्य स्थलों समेत कई ठिकानों पर इजरायली हमले हुए, जिनमें कई वरिष्ठ कमांडर और परमाणु वैज्ञानिक मारे गए. ईरानी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, शनिवार तक ईरान में 400 से अधिक लोग मारे गए और 3500 से अधिक घायल हुए. उस समय ईरान ने इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन हमलों से जवाबी कार्रवाई भी की. इजरायल में अधिकारियों ने 24 लोगों की मौत की सूचना दी.