
दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में मानसून समय से पहले पहुंचने वाला है। मामसून 22-23 जून तक दिल्ली पहुंचने की संभावना है। बिहार समेत कई राज्यों में सामान्य से ज्यादा बारिश हो सकती है। दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में चेहरा झुलसा देने वाली भीषण गर्मी पड़ रहा है। इस बीच मौसम विभाग ने मानसून को लेकर ताजा अपडेट दिया है। इस सप्ताह से एक बार फिर दक्षिण-पश्चिम मानसून सक्रिय हो रहा है। मानसून सामान्य तिथियों से काफी पहले 25 जून तक दिल्ली सहित उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों को कवर कर लेगा।
एक बार फिर से एक्टिव हुआ मानसून
मौसम विभाग ने बताया कि मानसून भारत में सबसे पहले 24 मई को केरल पहुंचा। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में निम्न-दबाव के कारण मानसून अगले कुछ दिन में तेजी से बढ़ा और 29 मई तक मुंबई समेत मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों और पूरे पूर्वोत्तर तक जा पहुंच गया। हालांकि यह 28-29 मई से 10-11 जून तक रुका रहा। हालांकि मानसून अब एक बार फिर से सक्रिय हो गया है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, अब मानसून के मध्य और पूर्वी भारत के शेष भागों और उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ क्षेत्रों को 18 जून तक कवर करने की संभावना है। इसके 19 जून से 25 जून के बीच उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश भागों में आगे बढ़ने की उम्मीद है।
दिल्ली में सबसे पहले पहुंचेगा मानसून
आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा कि 27 जून की सामान्य शुरुआत तिथि से पहले मानसून 22-23 जून तक दिल्ली पहुंचने की संभावना है। भारत में जून-सितंबर मानसून के मौसम के दौरान 87 सेमी की लंबी अवधि की औसत वर्षा का 106 प्रतिशत प्राप्त होने की संभावना है।
इन राज्यों में सामान्य से अधिक होगी बारिश
लद्दाख, हिमाचल प्रदेश के आस-पास के इलाकों, पूर्वोत्तर और बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कुछ हिस्सों को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होने की उम्मीद है। पंजाब, हरियाणा, केरल और तमिलनाडु के कुछ अलग-अलग इलाकों में सामान्य से कम बारिश दर्ज की जा सकती है।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि केरल या मुंबई में मानसून का जल्दी या देरी से आना जरूरी नहीं कि देश के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह की प्रगति का संकेत हो। उनका कहना है कि मानसून जटिल वैश्विक, क्षेत्रीय और स्थानीय कारकों से प्रभावित होता है, जिसमें महत्वपूर्ण परिवर्तनशीलता होती है।