
30 की उम्र के बाद शरीर धीरे-धीरे कमजोर होने लगता है। इसलिए इस उम्र के बाद सेहत का ज्यादा ख्याल रखने की जरूरत होती है। ऐसे में हेल्दी रहने के लिए रोज सुबह आधे घंटे योग करना काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। आइए जानें 30 के बाद कौन-से 5 योगासन (30 minute Yoga for beginners) जरूर करना चाहिए।
30 साल की उम्र के बाद शरीर में कई तरह के बदलाव होने लगते हैं। हड्डियां कमजोर होने लगती हैं, मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, मांसपेशियों की फ्लेक्सिबिलिटी कम हो जाती है और भी कई शिकायतें शुरू हो सकती है। ऐसे में इन सभी परेशानियों से बचे रहने के लिए योग (Yoga for Beginners) करना फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, योग हमारी फिजिकल और मेंटल हेल्थ, दोनों के लिए लाभदायक होता है। इसलिए रोज सुबह कुछ देर योग करने से सेहत से जुड़ी कई परेशानियां दूर हो जाती हैं। आइए जानें 5 योगासन (5 Yoga Poses To Do In Your 30s) के बारे में, जो 30 की उम्र के बाद जरूर करने चाहिए।
सूर्य नमस्कार (Sun Salutation)
सूर्य नमस्कार योग का एक कंप्लीट योगा सेट है, जिसमें 12 आसन शामिल होते हैं। यह पूरे शरीर को एक्टिव करता है, ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है और मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। इसे करने से वजन कंट्रोल होता है, पाचन तंत्र मजबूत होता है और स्ट्रेस व एंग्जायटी कम होती है।
भुजंगासन (Cobra Pose)
यह आसन रीढ़ की हड्डी को फ्लेक्सिबल बनाने और पेट की मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करता है। इस आसन को करने से पीठ दर्द से राहत मिलती है। साथ ही, फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है और पेट पर खिंचाव की वजह से चर्बी भी कम होती है।
वज्रासन (Thunderbolt Pose)
यह आसन पाचन तंत्र के लिए बेहद फायदेमंद है और इसे खाने के बाद भी किया जा सकता है। यह आसान पाचन शक्ति को बढ़ाती है। घुटनों और जांघों को मजबूती मिलती है और मन को शांति भी मिलती है, जिससे तनाव कम होता है।
त्रिकोणासन (Triangle Pose)
यह आसन शरीर का बैलेंस बनाए रखने और पैरों व कमर को मजबूत करने में मददगार है। इस आसन से भी कमर दर्द से आराम मिलता है और पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। साथ ही, इस आसन को करने से फोकस भी बढ़ता है।
शवासन (Corpse Pose)
यह आसन योग करने के सबसे आखिर में किया जाता है, ताकि बॉडी रिलैक्स हो जाए। इससे स्ट्रेस और एंग्जायटी कम होती है, दिमाग शांत रहता है और शारीरिक थकान भी दूर होती है।