
चीन ने रविवार को दक्षिण चीन सागर सुनामी सलाहकार केंद्र का शुभारंभ किया है। साथ ही गहरे समुद्र में मौलिक वैज्ञानिक अनुसंधान, तकनीकी नवाचार के विकास को समर्थन देने के लिए एक गहरे समुद्र परीक्षण स्थल भी स्थापित किया। दक्षिण चीन सागर काफी विवादित क्षेत्र है। इसके अधिकांश हिस्से पर चीन दावा करता है। इसे लेकर फिलीपींस, वियतनाम, मलेशिया और ताइवान के साथ उसका विवाद है।
यह सुनामी केंद्र दक्षिण चीन के हाइनान प्रांत के सान्या में स्थित है। इसके माध्यम से आसपास के देशों के लिए समुद्री आपदा की पूर्व चेतावनी जारी की जाएगी। इस सुविधा केंद्र की स्थापना राष्ट्रीय समुद्री पर्यावरण पूर्वानुमान केंद्र और हाइनान प्रांतीय महासागरीय प्रशासन द्वारा किया गया है।
कितना अहम है यह सुनामी केंद्र?
यह सुनामी, मरीन हीट वेव, हानिकारक शैवाल और अन्य खतरों के प्रति पूर्व चेतावनी प्रणाली जारी करेगा। यह अंतरराष्ट्रीय सहयोग के लिए एक मंच के रूप में भी कार्य करेगा।
दक्षिण चीन सागर क्षेत्र अपनी जटिल टेक्टोनिक संरचना के कारण सुनामी और अन्य समुद्री खतरों से ग्रस्त है। इसमें सक्रिय फाल्ट लाइनें और आसपास के क्षेत्रों में अक्सर आने वाले समुद्र के नीचे भूकंप शामिल हैं।