इंडिया गेट इलाके में जाम से मिलेगी राहत! ट्रैफिक पुलिस सरकार को भेजे ये सुझाव

दिल्ली के इंडिया गेट इलाके के हेक्सागन क्षेत्र में ट्रैफिक जाम का सबसे बड़ा कारण अवैध पार्किंग है. कई जगहों पर सड़क किनारे अनियंत्रित तरीके से वाहन खड़े किए जाते हैं. इससे ट्रैफिक में दिक्कत आती है. नई दिल्ली के इंडिया गेट क्षेत्र के सी-हेक्सागन मार्ग पर अक्सर लगने वाले जाम से निजात दिलाने की दिशा में ट्रैफिक पुलिस ने बड़ा कदम उठाया है. इस क्षेत्र में जाम की समस्या को लेकर एक सर्वे कराया गया, जिसमें न केवल कारणों का विश्लेषण किया गया, बल्कि समाधान भी सुझाए गए हैं.

हर दिन उमड़ती भीड़, लाखों वाहन करते हैं आवाजाही

नई दिल्ली रेंज के ट्रैफिक डीसीपी राजीव कुमार ने कहा कि सी-हेक्सागन मार्ग और इसके आसपास के क्षेत्रों में रोजाना हजारों की संख्या में पर्यटक आते हैं. इंडिया गेट, होल्डिंग कोर्ट, पटियाला हाउस कोर्ट, नेशनल वॉर मेमोरियल, बड़ौदा हाउस, मेजर ध्यानचंद स्टेडियम जैसी ऐतिहासिक और सरकारी इमारतों के चलते यह क्षेत्र लगातार व्यस्त रहता है.

इतना ही नहीं, यहां से प्रतिदिन लगभग तीन लाख वाहन गुजरते हैं. इसके अलावा काफी संख्या में पैदल चलने वाले लोगों और पर्यटकों के कारण भी ट्रैफिक का दबाव और बढ़ जाता है.

जाम का सबसे बड़ा कारण- अवैध पार्किंग

सर्वे के अनुसार, हेक्सागन क्षेत्र में ट्रैफिक जाम का सबसे बड़ा कारण अवैध पार्किंग है. कई जगहों पर सड़क किनारे अनियंत्रित तरीके से वाहन खड़े किए जाते हैं जिससे आवागमन बाधित होता है. इसके अलावा, ऑटो और टैक्सी स्टैंड की अनुपलब्धता, सीमित पार्किंग व्यवस्था, पैदल चलने वालों के लिए सुविधाओं की कमी, और ट्रैफिक कर्मियों की तैनाती में कमी भी इस समस्या को और गंभीर बना रही है.

शहरी विकास मंत्रालय को भेजे ये सुझाव

इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए ट्रैफिक डीसीपी राजीव कुमार ने 28 मई को शहरी विकास मंत्रालय को पत्र भेजा है. जिंसमें इस समस्या से निजात पाने संबंधित सुझावों के बारे में उल्लेख किया गया है. 

● पटियाला हाउस अदालत के पास एक मल्टीलेवल पार्किंग का निर्माण किया जाए.
● तिलक मार्ग, कस्तूरबा गांधी मार्ग और शाहजहां रोड पर ऑटो एवं टैक्सी स्टैंड स्थापित किए जाएं.
● सी-हेक्सागन के पास फुट ओवर ब्रिज या सब-वे बनाए जाएं ताकि पैदल यात्रियों को सड़क पार करने में सुविधा हो.
● पार्किंग कर्मियों की संख्या बढ़ाई जाए और स्पष्ट साइन बोर्ड लगाए जाएं.

ट्रैफिक पुलिस का मानना है कि इन सुझावों को अमल में लाने से न केवल जाम की समस्या से राहत मिलेगी, बल्कि पर्यटकों और स्थानीय लोगों को भी सुगमता से आवागमन की सुविधा मिल सकेगी.


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