
ऑपरेशन सिंदूर के बाद अब उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के मद्देनजर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। चारों धामों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। यात्राकाल में अब बदरीनाथ धाम की सुरक्षा का जिम्मा इंडियन रिजर्व बटालियन (आईआरबी) के पास रहेगा। बुधवार को आईटीबीपी ने औपचारिक रूप से आईआरबी को धाम की सुरक्षा का चार्ज सौंपा। माना जा रहा है कि धाम में यह बदलाव भारत-पाकिस्तान के बीच बनीं परिस्थितियों के कारण किया गया है।
बदरीनाथ धाम की सुरक्षा व्यवस्था में बुधवार को यह महत्वपूर्ण बदलाव किया गया। धाम में शीतकाल के दौरान सुरक्षा का जिम्मा आईटीबीपी के पास रहता है। कपाट खुलने के बाद भी धाम में आईटीबीपी सीमाद्वार देहरादून की बटालियन तैनात थी। अब कपाट खुलने के बाद धाम की सुरक्षा के लिए इंडियन रिजर्व बटालियन (आईआरबी) को तैनात कर दिया गया है। बुधवार को आईटीबीपी ने औपचारिक रूप से धाम की सुरक्षा की जिम्मेदारी का दायित्व आईआरबी को सौंप दिया। अब यात्रा के दौरान धाम में आईआरबी के जवान तैनात रहेंगे।
केदारनाथ में एंटी बम निरोधक दस्ता तैनात
ऑपरेशन सिंदूर के बाद केदारनाथ में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है। पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स बढ़ाने के साथ ही यहां जवानों को हथियारों से लैस किया गया है। मंदिर के चारों तरफ एंटी बम निरोधक दस्ता मुस्तैद हो गया है। साथ ही केदारपुरी में चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है। केदारनाथ धाम में तैनात पुलिस उपाधीक्षक अभिनय चौधरी ने बताया कि पुलिस, पीएससी और पैरामिलिट्री फोर्स की संख्या बढ़ाई गई है। साथ ही हथियारों की संख्या बढ़ाने के साथ जवानों को मुस्तैद किया गया है। मंदिर से लेकर केदारपुरी में एंटी बम निरोधक दस्ता तैनात किया जा चुका है, जिससे किसी भी प्रकार की परिस्थिति से त्वरित निपटा जा सके। उन्होंने धाम पहुंच रहे श्रद्धालुओं से धैर्य और संयम के साथ सहयोग करने की अपील की।
बदरीनाथ में हर व्यक्ति और सामान की हो रही सघन चेकिंग
देश में बने हालातों के मद्देनजर बदरीनाथ धाम की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। मंदिर में दर्शन करने के लिए जाने वाले हर व्यक्ति की और उनके सामान की सघन तलाशी ली जा रही है। धाम की सुरक्षा में पुलिस के अलावा एटीएस व आईटीबीपी को तैनात किया गया है।
बुधवार को बदरीनाथ में दर्शन करने वाले हर व्यक्ति व उसके सामान की सघन तलाशी ली गई। साथ ही पुलिस ने श्रद्धालुओं से अपील की कि मंदिर में भारी बैग या सामान लेकर न जाएं, ताकि तलाशी प्रक्रिया को सुगमता से पूरा किया जा सके। बिना तलाशी के कोई भी श्रद्धालु मंदिर में नहीं जाने दिया जा रहा है। पुलिस ने यात्रियों को चेकिंग में सहयोग की अपील की। वहीं धाम में चप्पे-चप्पे पर पुलिस, एटीएस व आईटीबीपी के जवानों की तैनाती की गई है। पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार का कहना है कि बदरीनाथ धाम में सत्यापन कार्य निरंतर किया जा रहा है। मंदिर की पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की गई है। यह यात्राकाल में सुरक्षा की दृष्टि से नियमित प्रक्रियाएं हैं।
एटीएस के बाद गंगोत्री-यमुनोत्री धाम और यात्रा रूटों पर पैरामिलिट्री फोर्स तैनात
आतंकवाद विरोधी दस्ते के बाद अब गंगोत्री और यमुनोत्री धाम सहित यात्रा रूटों पर पैरामिलिट्री फोर्स भी तैनात की गई है। इसमें आईटीबीपी के जवानों की ओर से प्रमुख पड़ावों पर वाहनों सहित संदिग्ध लोगों की चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। गंगोत्री यात्रा रूट पर दो प्लाटून और यमुनोत्री में एक प्लाटून को तैनात की गई है।
चारधाम यात्रा में सुरक्षा को लेकर प्रदेश सरकार की ओर पैरामिलिट्री फोर्स तैनात कर दी गई है। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही वहां पर उत्तराखंड पुलिस की एटीएस के जवान तैनात किए गए थे। वहीं उसके बाद प्रदेश सरकार की ओर से केंद्र सरकार से पैरामिलिट्री फोर्स की मांग भी की गई थी। प्रदेश सरकार की मांग पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के लिए आईटीबीपी की तीन प्लाटून यात्रा रूटों पर तैनात किए गए हैं।
जनपद के प्रवेश बैरियर और चेकपोस्ट पर पुलिस सहित आईटीबीपी के जवानों की ओर से संदिग्ध वाहन और लोगों की गतिविधियों की निगरानी की जा रही है। वहीं धाम और यात्रा रूट के मुख्य पड़ावों पर पुलिस की ओर से बाहरी व्यक्तियों और मजदूरों के सत्यापन की कार्रवाई की जा रही है। वहीं धामों में पहले से ही सुरक्षा के लिए एटीएस की तैनाती की गई है। कश्मीर में हुए हमले के बाद से चारधाम में आने वाले यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्रदेश सरकार की ओर से यह व्यवस्था की गई है।