
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त फैसले लिए हैं. पाकिस्तान भारत की कार्रवाई के बाद अपने मित्र देशों से सहायता मांग रहा है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शुक्रवार (2 मई, 2025) को सऊदी अरब समेत मित्र देशों से आग्रह किया कि वे पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद बढ़े तनाव को कम करने के लिए भारत पर दबाव डालें. जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे. इस हमले के बाद भारत ने व्यापक रूप से पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी, जिससे पाकिस्तान खौफ में है.
अरब देशों के राजदूतों के साथ पाकिस्तानी पीएम ने की मुलाकात
पाकिस्तानी सरकार संचालित ‘रेडियो पाकिस्तान’ की रिपोर्ट के मुताबिक, शरीफ ने इस्लामाबाद में सऊदी अरब के राजदूत नवाफ बिन सईद अल-मलिकी, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के राजदूत हमाद ओबैद अल-जाबी और कुवैत के राजदूत नासिर अब्दुल रहमान जसीर से अलग-अलग मुलाकात की.
पीएम ने दक्षिण एशिया में शांति के लिए पाकिस्तान के रुख को स्पष्ट किया
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादियों के 26 लोगों की हत्या किए जाने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के मद्देनजर मित्र देशों के साथ बैठकें की गईं. यहां मित्र देश शब्द का प्रयोग अक्सर सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और तुर्की जैसे मुस्लिम देशों के लिए किया जाता है, जिनके साथ पाकिस्तान के अच्छे संबंध हैं. इन बैठकों में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता के लिए पाकिस्तान के रुख की पुष्टि की.
पाक पीएम ने भारत पर बिना सबूत के आरोप लगाने की बात कही
‘रेडियो पाकिस्तान’ ने कहा, “सऊदी अरब के राजदूत नवाफ के साथ बातचीत में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बिना किसी सबूत के पहलगाम की घटना से पाकिस्तान को जोड़ने वाले निराधार भारतीय आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया और घटना की पारदर्शी और तटस्थ अंतरराष्ट्रीय जांच के लिए अपने आह्वान को दोहराया.”
पिछले कुछ दशकों से पाकिस्तान खुद आतंकवाद से पीड़ित- शहबाज शरीफ
पहलगाम की घटना के बाद दक्षिण एशिया में हाल के घटनाक्रमों पर पाकिस्तान के दृष्टिकोण को साझा करते हुए, शहबाज शरीफ ने कहा, ‘‘पाकिस्तान हर तरह के आतंकवाद की निंदा करता है.’’ एक अन्य बैठक में शरीफ ने पाकिस्तान को अटूट समर्थन देने के लिए संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के राजदूत हमद का आभार व्यक्त किया. बैठक के दौरान शरीफ ने ‘‘बिना किसी सबूत के पहलगाम घटना से पाकिस्तान को जोड़ने के भारत के प्रयासों के दौरान लगाए गए निराधार आरोपों’’ को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया. पाकिस्तानी पीएम ने कहा कि पाकिस्तान खुद पिछले कुछ दशकों से आतंकवाद का शिकार रहा है.
पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से निष्पक्ष जांच कराने की पेशकश की
सरकारी समाचार एजेंसी ‘एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान’ की खबर के मुताबिक, शरीफ ने कुवैत के राजदूत नासिर अब्दुल रहमान से कहा, “पाकिस्तान अपने रुख को लेकर आश्वस्त है और उसने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से घटना की विश्वसनीय, पारदर्शी और निष्पक्ष जांच कराने की पेशकश की है.”
खबर के मुताबिक, तीनों राजदूतों ने कहा कि उनके संबंधित देश क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए पाकिस्तान के साथ मिलकर काम करेंगे.