
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी ने 30 अप्रैल से शुरू होने वाली चारधाम यात्रा को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के लिए विशेष निर्देश दिए हैं. उन्होंने संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखने के लिए कहा है.जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद उत्तराखंड में सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक चाक-चौबंद बनाने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को अपने सरकारी आवास पर उच्चस्तरीय बैठक कर अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए. बैठक में उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि प्रदेश में अवैध रूप से रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान कर, उन्हें तत्काल प्रभाव से वापस भेजने की कार्रवाई की जाए.सीएम धामी ने कहा कि कुछ लोग कूट रचित दस्तावेजों के आधार पर न सिर्फ राज्य में रह रहे हैं, बल्कि सरकारी योजनाओं का अनुचित लाभ भी उठा रहे हैं. ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को राज्य में चल रहे सत्यापन अभियान को और तेज करने को कहा, ताकि हर संदिग्ध व्यक्ति की पहचान शीघ्रता से हो सके.
चारधाम यात्रा को लेकर विशेष निर्देश
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से किरायेदारों और बाहरी व्यक्तियों के सत्यापन को लेकर भी सख्त रुख अपनाया है. उन्होंने निर्देश दिए कि यदि कोई मकान मालिक अपने किरायेदार का सत्यापन नहीं कराता है, तो उसके खिलाफ अर्थदंड लगाया जाए. राज्य में कानून व्यवस्था को मजबूत बनाए रखने के लिए यह कदम बेहद जरूरी है. 30 अप्रैल से शुरू होने वाली चारधाम यात्रा को लेकर भी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी विशेष निर्देश दिए गए हैं. यात्रा मार्ग पर किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जाए. यदि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की मौजूदगी नजर आती है, तो उसे बिना देरी किए हिरासत में लिया जाए.
पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देने के लिए एक टोलफ्री नंबर जारी किया जाए, ताकि लोग सीधे प्रशासन से संपर्क कर सकें. मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता को जागरूक कर उन्हें सतर्क रहने के लिए प्रेरित किया जाए, ताकि किसी भी आपराधिक या संदिग्ध गतिविधि की समय रहते जानकारी मिल सके.
सुरक्षा में कोताही बर्दाश्त नहीं- सीएम पुष्कर धामी
इस बैठक में प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ, गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय, अपर पुलिस महानिदेशक एपी अंशुमन और एमडीडीए के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए. किसी भी स्तर पर कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
सीएम धामी ने कहा कि राज्य में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड एक शांतिप्रिय राज्य है और इसकी सुरक्षा और सामाजिक समरसता में कोई बाधा नहीं आने दी जाएगी.