
‘जाट’ स्टार सनी देओल ने अपने करियर कई तरह के किरदारों को पर्दे पर दिखाया है। फैंस को अभिनेता एक्शन वाले अवतार में ज्यादा पसंद आए हैं। हालांकि बतौर अभिनेता ने अपने रोल के साथ कई एक्सपेरिमेंट भी किए हैं। ऐसे ही एक एक्सपेरिमेंटल किरदार के बारे में आज हम आपको बताने वाले हैं जिसमें उन्होंने एक पंडित का किरदार निभाया था। मूवी बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह पिट गई थी साथ ही इस पर बैन की मांग भी उठने लगी थी। ट्रेलर रिलीज के बाद फिल्म के कंटेंट को लेकर विवाद हुआ और 3 साल तक फिल्म अटकी रही।
भगवान के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल
जिस फिल्म की हम बात कर रहे हैं उसके लिए सनी देओल बनारस की गलियों में पहुंचे थे। मूवी का नाम था सनी देओल ‘मोहल्ला अस्सी’। सनी देओल की फिल्म ‘मोहल्ला अस्सी’ एक वक्त पर भारी विवादों में घिर गई थी। यह फिल्म बनारस की पृष्ठभूमि पर आधारित थी और मशहूर लेखक डॉ. काशीनाथ सिंह के उपन्यास ‘काशी का अस्सी’ से प्रेरित थी। फिल्म में सनी देओल के साथ साक्षी तंवर ने अहम भूमिका निभाई थी।
विवाद तब शुरू हुआ जब फिल्म के ट्रेलर में भगवान शिव और वाराणसी को लेकर कुछ आपत्तिजनक संवाद सामने आए। इससे लोगों की भावनाएं आहत हुईं और बनारस में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था। फिल्म की शूटिंग जनवरी 2011 में शुरू हुई थी और इसे पूरा होने में चार साल लग गए। मोहल्ला अस्सी का ट्रेलर जून 2015 में रिलीज किया गया, लेकिन उसी दौरान फिल्म का एचडी वर्जन लीक हो गया था।
डायरेक्टर के खिलाफ हुई थी एफआईआर
ट्रेलर सामने आते ही निर्देशक चंद्रप्रकाश द्विवेदी और सनी देओल के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई। अप्रैल 2016 में CBFC ने फिल्म पर बैन लगा दिया। इसके बाद मामला कोर्ट पहुंचा और दिसंबर 2017 में दिल्ली हाईकोर्ट ने फिल्म से बैन हटाने का आदेश दिया।
हालांकि, तमाम अड़चनों के बाद जब फिल्म नवंबर 2018 में सिनेमाघरों में पहुंची, तब तक दर्शकों की दिलचस्पी काफी कम हो चुकी थी। करीब 20 करोड़ की लागत से बनी इस फिल्म ने भारत में महज 15 करोड़ और वर्ल्डवाइड कुल 18.57 करोड़ रुपये की कमाई की और बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह फ्लॉप रही।
काशीनाथ सिंह ने की थी फिल्मी की तारीफ
वाराणसी में एक मोहल्ला है अस्सी। इस मोहल्ले के फक्कड़पन को शब्दों के साथ जीवंत रूप से लोगों के बीच रखने का काम नामचीन साहित्यकार काशीनाथ सिंह ने ‘काशी का अस्सी’ नाम की अपनी किताब में किया था। प्रसिद्ध साहित्यकार काशीनाथ सिंह ने फिल्म देखने के बाद तारीफ करते हुए कहा कि अस्सी को जिस नजरिए से देखने के बाद किताब में चित्रित किया था, उसी तरह बखूबी फिल्म में दिखाया गया है।