मैसूर में पुलिस स्टेशन पर भीड़ ने बोला हमला, सात पुलिसकर्मी घायल; इस वजह से हुआ विवाद

कर्नाटक के मैसूर के उदयगिरी पुलिस स्टेशन के बाहर मंगलवार को तनाव फैल गया और सोशल मीडिया पर अपमानजनक पोस्ट के विरोध में भारी भीड़ जमा हो गई। अधिकारियों ने बताया कि सोशल मीडिया पर एक व्यक्ति द्वारा अपमानजनक पोस्ट करने के बाद भीड़ ने मंगलवार की रात मैसूर के उदयगिरि पुलिस स्टेशन पर हमला कर दिया, जिसमें सात पुलिसकर्मी घायल हो गए।

पुलिस अधिकारी ने कही ये बात

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) हितेंद्र के मुताबिक, अपमानजनक पोस्ट के लिए आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, कुछ लोग इस बात से परेशान थे कि उसे जल्द ही छोड़ दिया जा सकता है। अधिकारियों ने बताया कि भीड़ हिंसक हो गई और थाने पर धावा बोलने का प्रयास किया, वाहनों को नुकसान पहुंचाया और पुलिसकर्मियों को घायल कर दिया।

सोशल मीडिया पोस्ट के बाद फैला विवाद

नरसिम्हराजा के कांग्रेस विधायक तनवीर सेत ने कहा कि सोशल मीडिया पोस्ट के बाद हंगामा खड़ा हो गया। भीड़ ने पथराव किया, गाड़ियों में तोड़फोड़ की और थाने पर हमला किया। उन्होंने कहा कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।

रिपोर्ट के मुताबिक, फेसबुक पोस्ट में सांसद और कांग्रेस नेता राहुल गांधी, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अर्धनग्न तस्वीरें दिखाई गईं थी, जिनके शरीर पर अरबी भाषा में कुछ लिखा हुआ था। पुलिस ने बताया कि आरोपी के खिलाफ स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज कर लिया गया है और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।शहर की पुलिस आयुक्त सीमा लाटकर ने कहा कि पुलिस ने सोशल मीडिया पोस्ट को अपमानजनक पाया और इसलिए मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस थाने के बाहर जमा हुए और कानून को अपने हाथ में लेने की कोशिश करने वाले लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई करेगी।

पुलिस ने शांति की अपील की

लाटकर ने कहा कि स्थिति शांतिपूर्ण है और उन्होंने लोगों से स्थिति को और न बिगाड़ने की अपील की। ​​एसडीपीआई नेता अब्दुल मजीद ने भी सोमवार रात लोगों से पुलिस स्टेशन के बाहर इकट्ठा न होने की अपील की क्योंकि पुलिस ने आवश्यक कदम उठाए हैं।

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