बालासोर के गोबरधनपुर गांव में दो महिलाओं को पेड़ से बांधकर इस आरोप में पीटा गया कि वे कुछ आदिवासी परिवारों का धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास कर रही थीं। इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी बादल पांडा को गिरफ्तार कर लिया है।
ओडिशा के बालासोर जिले में दो महिलाओं पर हमला करने के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। कुछ आदिवासी परिवारों का धर्म परिवर्तन कराने के प्रयास के आरोप में महिलाओं से मारपीट की गई थी। इस मामले में पुलिस ने चार और लोगों को गिरफ्तार किया है।
डीआईजी (पूर्वी रेंज) सत्यजीत नाइक ने मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि नीलगिरी थाना क्षेत्र के कंसा गांव निवासी मुख्य आरोपी बादल पांडा को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि पांडा के साथ ही मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
गोबरधनपुर गांव में हुई थी घटना
उन्होंने बताया कि घटना बृहस्पतिवार को गोबरधनपुर गांव में हुई। दो महिलाओं को एक पेड़ से बांध दिया गया। भीड़ द्वारा उन्हें इस आरोप में पीटा गया कि वे कुछ आदिवासी परिवारों का धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास कर रही थीं। उन्होंने बताया कि घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे देशभर में आक्रोश फैल गया और राज्य में राजनीतिक घमासान मच गया।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने डीजीपी से तीन दिन में मांगी रिपोर्ट
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने इस घटना पर स्वत: संज्ञान लेते हुए ओडिशा के डीजीपी से तीन दिनों के भीतर रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने जांच और कानून व्यवस्था बनाए रखने का भी निर्देश दिया है।
धर्मांतरण के आरोप की भी जांच कर रही पुलिस
डीआईजी सत्यजीत नाइक ने कहा कि पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और महिलाओं को बचाया, साथ ही आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या महिलाएं सच में धर्म परिवर्तन करने की कोशिश कर रही थीं। कुछ लोगों को इस मामले में नोटिस भी भेजे गए हैं।