हम नई उम्मीदों और संभावनाओं के साथ नए साल में प्रवेश कर रहे हैं। हर कोई नए साल में कुछ रेजोल्यूशन लेता है। मकसद एक ही होता है, जीवन को बेहतर बनाना। मसलन स्टूडेंट्स बेहतर शेड्यूल के साथ पढ़ाई करने का रेजोल्यूशन लेते हैं। जो कॉर्पोरेट में काम कर रहे हैं, वे टाइम पर प्रोजेक्ट पूरे कर प्रमोशन पाने का रेजोल्यूशन लेते हैं।
सवाल ये है कि यह कैसे संभव होगा? इसका सीधा जवाब ये है– “जब हमारी सेहत अच्छी रहेगी।” स्वास्थ्य अच्छा होगा तो जीवन के बाकी सारे काम भी अच्छे होंगे।
इसलिए ‘सेहतनामा’ में आज हम 6 हेल्थ रेजोल्यूशन लेकर आए हैं।
ये 6 बातें क्या हैं, आइए देखते हैं–
1. लंच–डिनर से पहले एक प्लेट सलाद खाना है
इस रेजोल्यूशन में कोई मेहनत नहीं लगेगी। खाना खाने से पहले एक गाजर, एक मूली, एक खीरा और एक टमाटर ही तो काटकर खाना है। न पकाने का झंझट, न सहेजने का। पांच मिनट का काम है।
अच्छी बात ये है कि इनमें से कोई चीज महंगी और रेयर भी नहीं है। आधा किलो गाजर का दाम एक चिप्स के पैकेट से भी कम है।
एक प्लेट सलाद खाने के बाद आप जो चाहे खा सकते हैं। पूड़ी और छोले भटूरे भी, चाट और समोसा भी।
कुछ भी खाने से पहले फाइबर और विटामिन्स से भरपूर एक प्लेट सलाद खाने से क्या फायदा होता है.
2. जहां भी लिफ्ट या एलिवेटर हो, सीढ़ियों का ही इस्तेमाल करना है
कुछेक मंजिल सीढ़ियां चढ़ने में भला कितनी मेहनत लगती है। यह करके देखिए, तब आपको समझ आएगा कि कितना आसान रेजोल्यूशन है। अगर आपके पास बहुत भारी सामान नहीं है या आप बीमार नहीं हैं तो यह करना आसान है।
अमेरिकन काउंसिल ऑन एक्सरसाइज के मुताबिक, सीढ़ियां चढ़ने से हर मिनट 8 से 11 कैलोरी बर्न होती हैं। अगर आप रोज सिर्फ 20 सीढ़ियां भी चढ़ते हैं तो साल भर में बिना कोई एक्सरसाइज किए 4 किलो तक वजन कम हो सकता है। इसके और भी बहुत फायदे हैं।
3. बाइक, कार से नहीं, पैदल चलना है
आमतौर पर सब्जी या दूध की दुकान घर से बहुत दूर नहीं होती। बमुश्किल 500 से 1000 कदम चलने होते हैं। लेकिन इतनी दूरी के लिए भी हम बाइक, कार लेते हैं।
इस साल ये छोटा सा रेजोल्यूशन लें कि एकाध किलोमीटर की दूरी के लिए कभी ऑटो, कार, बाइक नहीं लेंगे, बल्कि पैदल ही जाएंगे। यह करना बहुत आसान है। इसी बहाने शुबह-शाम वॉक हो जाएगी।
4. भूख लगे तो बिस्किट-चिप्स, केक का पैकेट खरीदकर नहीं खाना है
ये बहुत छोटा और आसान रेजोल्यूशन है। हम अक्सर भूख लगने पर चिप्स या बिस्किट का पैकेट खोलकर खा लेते हैं। बेशक इसे खाने पर पेट भरा महसूस होता है, ढेर सारी कैलोरीज भी मिल जाती हैं। लेकिन न्यूट्रिशन के नाम पर कुछ नहीं मिलता।
पैकेज्ड फूड लाइफस्टाइल और क्रॉनिक डिजीज का जोखिम भी बढ़ाते हैं। इसलिए हमेशा अपने बैग में ड्राय फ्रूट या कोई मौसमी फल रखिए। भुनी मूंगफली या मखाना रख लीजिए। ताकि भूख लगने पर चिप्स का पैकेट न खरीदें। ये करने से कितना फायदा होगा.
5. प्यास लगे तो कोल्डड्रिंक नहीं, पानी पीना है
ये एक ट्रेंड सा बन गया है कि अगर लोग घर से बाहर हैं और प्यास लगी है, गला सूख रहा है तो तुरंत कोल्डड्रिंक खरीदकर पी लेते हैं। यह खराब आदत है। इससे सेहत को सिर्फ नुकसान होता है। पैसे खर्च करके हम बीमारियां बुला रहे हैं।
इस साल रेजोल्यूशन लें कि प्यास लगने पर सिर्फ पानी ही पिएंगे और एक पानी बोतल हमेशा साथ रखेंगे।
6. अब से डिनर 7 बजे से पहले खाएंगे
इस नए साल का आखिरी और सबसे आसान हेल्थ रेजोल्यूशन ये है कि रात का खाना 7 बजे से पहले खा लीजिए।
इसके लिए बहुत मेहनत नहीं करनी है। 8-9 बजे तो डिनर करते ही हैं। उस टाइम को थोड़ा पुश करके 1-2 घंटे पहले खा लीजिए। आप सोच भी नहीं सकते कि इस छोटे से रेजोल्यूशन से कितने कमाल के फायदे होंगे।