किसान नेता डल्लेवाल की सरकार को चेतावनी…

चंडीगढ़ के किसान भवन में किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) ने मीडिया से बातचीत करते हुए मरण व्रत पर बैठने की चेतावनी दे दी है। दोनों संगठनों के नेताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ आगामी कदमों की जानकारी दी। मोर्चे ने घोषणा की कि उनकी मांगों की अनदेखी जारी रहने पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल 26 नवंबर से खनौरी बॉर्डर पर अनशन शुरू करेंगे। इस दौरान दोनों संगठनों के नेताओं ने केंद्र और राज्य सरकार पर आरोप लगाए हैं।

लखविंदर सिंह औलख ने जानकारी देते हुए बताया कि अगर सरकार अपनी जिद पर अड़ी रहती है और किसान नेता जगजीत सिंह के प्राण जाते हैं तो इसकी जिम्मेवार केंद्र और प्रदेश सरकार की होगी। इससे अगली लाइन में दूसरे किसान नेता अपने प्राणों की आहूति देने के लिए आमरण अनशन पर बैठेंगे। यह कड़ी मांगें मनवाने तक जारी रहेगी, अब देखना सरकार को है कि वह कितने किसानों की बली लेकर हमारी मांगों को मानती है। उन्होंने बताया कि पहली पातशाही श्री गुरु नानक साहिब जी के प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में 17 नवंबर रविवार को खनौरी मोर्चे पर श्रीखंड पाठ साहब के भोग डाले जाएंगे व कीर्तन दरबार सजाया जाएगा। उन्होंने संगत से अपील की कि बड़ी संख्या में खनौरी मोर्चे पर पहुंचकर मोर्चे को मजबूत करें व गुरु साहब की खुशियां प्राप्त करें।

13 फरवरी से चल रहे किसान आंदोलन-2 के आज 277वें दिन पर केंद्र व राज्य की सरकारों की किसान विरोधी नीतियों पर चर्चा की। किसान शंभू, खनौरी व रतनपुर बॉर्डर पर अपनी मांगों को लेकर निरंतर धरने पर हैं। 13,14 व 21 फरवरी को सरकार द्वारा किसानों पर अत्याचार किए गए। एक तरफ तो सरकार यह दावा कर रही है कि एमएसपी है, एमएसपी थी और रहेगी, लेकिन किसान अपने धान की फसल लेकर मंडियों में परेशान हो रहे हैं। भाव व वजन में भारी भरकम काट लेकर खरीदी की जा रही है, पर सरकार मौन है। इस मौके पर जगजीत सिंह डल्लेवाल, सरवन सिंह पंधेर, गुरिंदर सिंह भंगू, जसविंदर सिंह लोंगोवाल, लखविंदर सिंह औलख हरियाणा, सुरजीत सिंह फुल, सुखजीत सिंह हरदोझंडे, तेजवीर सिंह, गुरुअमित सिंह मांगट, बलवंत सिंह ब्रह्मके, मनप्रीत सिंह बाठ, सुरेंद्र सिंह मोहाली, दर्शन सिंह औलख, हरजीत सिंह पटियाला नेता मौजूद थे।

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