हरियाणा में जीटी बेल्ट भाजपा का गढ़ है। अब घरौंडा से विधायक कल्याण को स्पीकर का बड़ा ओहदा दिया है। भाजपा की कोशिश है कि इस गढ़ को मजबूत रखा जाए।
हरियाणा में तीसरी बार जीत के लिए भाजपा ने टिकट वितरण में सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला अपनाया। जीत हासिल करने के बाद अब इसी फार्मूले को मंत्रिमंडल गठन और विधानसभा अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चयन में भी आजमाया है। हरविंद्र कल्याण को विधानसभा अध्यक्ष और डॉ. कृष्ण चंद मिड्ढा को उपाध्यक्ष बनाकर भाजपा ने क्षेत्रीय और जातीय समीकरण साधने की कोशिश की है।
इन जिलों में रोड़ समाज का अच्छा खासा वोट बैंक
हरविंद्र कल्याण रोड़ समाज से आते हैं और मिड्ढा पंजाबी समुदाय से हैं। सरकार में रोड़ समुदाय के साथ-साथ करनाल जिले की भागीदारी नहीं थी, जबकि भाजपा करनाल जिले की पांचों सीटें जीतने में कामयाब रही है। रोड़ समाज की बात करें कैथल, कुरुक्षेत्र, करनाल और पानीपत जिले में रोड़ समाज का अच्छा खासा वोट बैंक है।
रोड़ समुदाय को साधने के लिए चुनाव से ठीक पहले सरकार ने एडवोकेट हिम्मत सिंह को हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग का चेयरमैन नियुक्त किया था। इस पर रोड़ समुदाय ने भी खुलकर भाजपा का साथ दिया था। अब जीत के बाद भाजपा ने रोड़ समाज को बड़ा सम्मान दिया है। इससे पहले 1991 से 96 तक पूंडरी से विधायक रहे रोड़ समाज के चौधरी ईश्वर सिंह स्पीकर बने थे। इसके बाद यह पद संभालने वाले हरविंद्र कल्याण रोड़ समाज से दूसरे नेता हैं।
इसी प्रकार डॉ. कृष्ण मिड्ढा की बात करें तो पंजाबी होने के नाते उनको भाजपा ने यह जिम्मेदारी दी है। क्योंकि इस बार मंत्रिमंडल मेें पंजाबी समाज से सिर्फ अनिल विज हैं, जबकि इससे पहले दो से तीन मंत्री बने थे। पंजाबी समाज भी भाजपा का परंपरागत वोट बैंक है। पहले पंजाबी समाज के मनोहर लाल दो बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे, इसलिए समाज को साधे रखने को मिड्ढा को डिप्टी स्पीकर का पद नवाजा गया है।
जीटी बेल्ट में एक और बड़ा ओहदा
जीटी बेल्ट भाजपा का गढ़ है। यहां आने वाली 23 विधानसभा क्षेत्रों में से भाजपा ने 14 सीटें जीती हैं। इस बार मुख्यमंत्री के अलावा चार मंत्री जीटी बेल्ट से ही हैं। सीएम नायब सिंह सैनी खुद लाडवा से विधायक हैं, जबकि यमुनागर के रादौर से श्याम सिंह राणा, अंबाला कैंट से अनिल विज, पानीपत ग्रामीण से महिपाल ढांडा और इसराना से कृष्ण लाल पंवार को कैबिनेट में स्थान दिया गया है। अब घरौंडा से विधायक कल्याण को स्पीकर का बड़ा ओहदा दिया है। भाजपा की कोशिश है कि इस गढ़ को मजबूत रखा जाए, इसलिए जीटी बेल्ट पर ही फोकस किया जा रहा है।
बांगर को गढ़ बनाने की कोशिश
बांगर की धरती इनेलो और जजपा का गढ़ रही है। मौजूदा समय में बांगर बेल्ट की कुल 14 विधानसभा सीटों में से भाजपा के पास 8 सीटे हैं, शेष सीटें कांग्रेस के कब्जे में हैं। भाजपा की सोच है कि कैथल, जींद, हिसार और फतेहाबाद जिले में भाजपा को और मजबूत किया जाए। इस बेल्ट से भाजपा ने नरवाना से विधायक कृष्ण बेदी और बरवाला से विधायक रणबीर गंगवा को मंत्री बनाया है। अब जींद से विधायक डाॅ. कृष्ण मिड्ढा को विधानसभा उपाध्यक्ष बनाकर क्षेत्रीय समीकरण भी साधे हैं।