कोरोना काल में फरिश्ते की तरह बाबा सिद्दीकी ने की थी लोगों मदद

अजित पवार गुट के एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की शनिवार को मुंबई में गोली मारकर हत्या कर दी गई। सिद्दीकी कोविड के समय में एक फरिसता के तौर पर उभरे थे। उन्होंने जरूरत मंद लोगों को दवाइयां पहुंचाकर खुब तारीफे बटोरी थी।

महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और अजित पवार गुट के एनसीपी के दिग्गज नेता बाबा सिद्दीकी की शनिवार देर रात को मुबंई में तीन अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद उनकी बातें और यादें लोगों की आखें नम कर रही है। कोविड महामारी में फरिसते की तरह लोगों की मदद करने वाले सिद्दीकी जरूरत मंदो को उनकी जीवन सुरक्षा के लिए दवाईयों से लेकर खाना उपल्बध कराने तक हरसंभव मदद पहुंचाकर लोगों से खुब तारीफे भी बटोरी।

पूरे मुंबई में विख्यात थी सिद्दीकी की इफ्तार पार्टी
महाराष्ट्र की राजनीति के जाने माने नाम बाबा सिद्दीकी बॉलीवुड के चहेते माने जाते थे। उनकी भव्य इफ्तार पार्टी पूरे मुंबई में विख्यात मानी जाती थी। जिसमें मुख्य रूप से राजनीतिक के दिग्गज और बॉलीवुड के शीर्ष सितारे शामिल होते थे। उन्हें सलमान खान, शाहरुख खान और संजय दत्त सहित कई बॉलीवुड सितारों के करीबी के रूप में भी जाना जाता था। बता दें कि मुंबई के एक प्रमुख मुस्लिम नेता सिद्दीकी ने महाराष्ट्र विधानसभा में तीन बार बांद्रा (पश्चिम) सीट का प्रतिनिधित्व किया था।

कांग्रेस छोड़कर थामा था अजित पवार का साथ
साल 2024 में ही कांग्रेस छोड़कर अजित पवार गुट में शामिल हुए बाबा सिद्दकी ने कांग्रेस छोड़ने पर जवाब देने से इंकार कर दिया था उन्होने केवल इतना कहा था कि कुछ बातें अनकही ही बेहतर होती हैं। माना जाता है कि लोकसभा चुनाव के दौरान सिद्दीकी के अजित पवार गुट में शामिल होने से एनसीपी को लोकसभा चुनाव से पहले बढ़ावा मिला था। एनसीपी नेता सिद्दीकी मुंबई में पार्टी के प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, खास तौर पर बृहन्मुंबई नगर निगम चुनावों के लिए मुस्लिम बहुल वार्डों में।

48 साल तक कांग्रेस में रहे सिद्दीकी
राजनीतिक जीवन की बात करें तो कुल 48 साल कांग्रेस में रहने के बाद सिद्दीकी का पार्टी छोड़ना एक चौकाने वाला निर्णय था। उन्होंने एनसीपी में शामिल होने से पहले कहा था कि मेरी यात्रा इंदिरा गांधी-राजीव गांधी-संजय गांधी के साथ रही है। मौजूदा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे मेरे पिता जैसे हैं। लेकिन कभी-कभी निजी जीवन में कुछ फैसले लेने पड़ते हैं। उन्होंने कांग्रेस में 48 साल के अपने सफर में उनका साथ देने वाले कार्यकर्ताओं और नेताओं का आभार जताया। बता दें कि सिद्दकी ने 1999, 2004 और 2009 में लगातार तीन बार विधायकी जीती। वे राज्य सरकार (2004-08) में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, श्रम और एफडीए के राज्य मंत्री थे और लगातार दो बार नगर निगम पार्षद भी रहे थे।

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