राहुल गांधी पर विवादित बयान देने वाले शिवसेना विधायक गायकवाड़ के फिर बिगड़े बोल

शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ ने आज फिर गलत बयानी की है। गायकवाड़ ने कहा कि उनके कार्यक्रम में आने वाले किसी भी कांग्रेसी नेता को दफना देंगे। गायकवाड़ को एक वीडियो में यह कहते हुए सुना गया कि एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहीण योजना के एक कार्यक्रम में भाग लेंगे जिसमें अगर कोई कांग्रेसी आया तो अच्छा नहीं होगा।

राहुल गांधी पर विवादित बयान देने वाले शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ ने आज फिर गलत बयानी की है। गायकवाड़ ने कहा कि उनके कार्यक्रम में आने वाले किसी भी कांग्रेसी नेता को दफना देंगे।

क्या बोले गायकवाड़?
पत्रकारों से बात करते हुए गायकवाड़ को एक वीडियो में यह कहते हुए सुना गया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अपने जिले में महिलाओं के लिए सरकार की प्रमुख ‘मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहीण योजना’ के बारे में एक कार्यक्रम में भाग लेंगे। गायकवाड़ को गाली देते हुए सुना गया कि “अगर कोई कांग्रेसी… मेरे कार्यक्रम में घुसने की कोशिश करेगा तो मैं उसे वहीं दफना दूंगा।”

राहुल की जीभ काटने की कही थी बात
सोमवार को बुलढाणा विधायक गायकवाड़ द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी की जीभ काटने वाले को ‘इनाम’ देने की घोषणा ने एक बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया था। विधायक ने आरक्षण प्रणाली को खत्म करने की राहुल गांधी की टिप्पणी के लिए उनकी जीभ “काटने” वाले को 11 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी।

राहुल पर दिए बयान पर अडिग
विवाद के बारे में पूछे जाने पर गायकवाड़ ने कहा, “मैंने बयान दिया है। अगर मैंने माफी नहीं मांगी है, तो सीएम को ऐसा क्यों करना चाहिए? देश के 140 करोड़ लोगों में से 50 प्रतिशत आबादी को आरक्षण मिलता है और मैं आरक्षण हटाने की बात करने वाले व्यक्ति के बारे में दिए गए बयान पर अडिग हूं।”

पुलिस ने मामला किया दर्ज
पुलिस ने सोमवार रात को लोकसभा में विपक्ष के नेता के बारे में टिप्पणी करने पर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया। गायकवाड़ विवादों से हमेशा जुड़े रहे हैं। पिछले महीने एक पुलिसकर्मी द्वारा अपनी कार धोने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।

बाद में विधायक ने दावा किया कि पुलिसकर्मी ने कार के अंदर उल्टी करने के बाद उसे खुद ही साफ किया। फरवरी में गायकवाड़ ने 1987 में एक बाघ का शिकार करने का दावा किया था और कहा था कि वह अपने गले में उसका दांत बांधता है। इसके बाद वन विभाग ने दांत को फोरेंसिक पहचान के लिए भेजा और गायकवाड़ पर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया।

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