बीएचयू के सबसे ऊंचे शिखर वाले विश्वनाथ मंदिर परिसर का नजारा जल्द ही बदला-बदला नजर आएगा। मंदिर के हेरिटेज से छेड़छाड़ किए बिना समूचे परिसर का पुनरुद्धार कर इसे आधुनिक और ज्यादा तीर्थयात्रियों के आगमन के लिहाज से उपयोगी बनाया जाएगा। विश्वविद्यालय प्रशासन यहां 1000 वाहनों के लिए पार्किंग, शॉपिंग ब्लॉक और प्रसाद वितरण स्थल समेत कई अन्य सुविधाएं मुहैया कराने जा रहा है। इसके लिए डीपीआर तैयार हो चुकी है और केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) निर्माण कार्य का एस्टीमेट तैयार करने में जुट गया है।
बीएचयू स्थित विश्वनाथ मंदिर में दूरदराज के तीर्थयात्री दर्शन-पूजन के लिए आते हैं। छात्र-छात्राओं का आवागमन भी हमेशा बना रहता है। वर्तमान में विश्वनाथ मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं और तीर्थयात्रियों के लिए पर्याप्त वाहन पार्किंग की व्यवस्था नहीं है।
मंदिर के सामने सड़क के किनारे ही वाहन खड़े किए जाते हैं। अब पार्किंग की व्यवस्था सुदृढ़ करने के साथ ही मंदिर परिसर के 73087 वर्गमीटर एरिया को रिनोवेट किया जाएगा। इसके लिए मास्टर प्लान तैयार कर लिया गया है।
नए प्रस्ताव में लगभग 20 वर्ग मीटर का कार्यालय, 25 वर्गमीटर का सीसीटीवी सिक्योरिटी रूम, 34 वर्ग मीटर में प्रसाद वितरण एरिया, 112 और 225 वर्ग मीटर में दो शू रैक स्थल, छह पेयजल स्थान, बैठने की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा टॉयलेट ब्लॉक, फूड कोर्ट, दो शॉपिंग ब्लॉक, स्नान मंडप, व्याख्यान कक्ष, स्मारिका दुकान और आर्ट गैलरी भी बनाई जाएगी। शॉपिंग ब्लॉक में लोग खरीदारी कर सकते हैं।
दो चरण में तैयार होगी पार्किंग
लगभग 1000 वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था दो चरण में तैयार होगी। पहले चरण में 16 बस, 55 कार, 74 ऑटो और ई-रिक्शा, 735 टू व्हीलर के लिए पार्किंग बनाई जाएगी। दूसरे चरण में 28 बस और 55 कारों की पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी।
अधिकारी बोले
मंदिर परिसर के कार्य के लिए डीपीआर दी गई है। सीपीडब्ल्यूडी इसके लिए एस्टीमेट तैयार कर रहा है। वहां से स्थिति स्पष्ट होने के बाद काम शुरू होगा। -प्रो. एएस रघुवंशी, समन्वयक, बीएचयू विकास कार्य