पिछली सरकार के अंतिम सत्र में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा गठित नए जिलों को लेकर आ रहे नित नए बयानों से सियासी गर्मी बढ़ती जा रही है। नवगठित जिलों को लेकर प्रदेशाध्यक्ष के बयान के बाद झुंझनू के प्रभारी मंत्री ने भी बड़ा बयान दिया है।
गहलोत सरकार द्वारा बनाए प्रदेश के नए जिलों पर सियासत गर्माई हुई है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ के बयान के बाद अब भजनलाल सरकार में झुंझुनू जिले के प्रभारी मंत्री अविनाश गहलोत ने भी एक बड़ा बयान दिया है। मंत्री गहलोत ने कहा कि कांग्रेस ने रेवड़ियों की तरह जिले बांट दिए, जबकि जनसंख्या के अनुसार जिले बनाए जाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि नए जिले बनाने का फायदा जनता को मिलना चाहिए। हमारा प्रयास रहेगा कि वन नेशन, वन इलेक्शन की तर्ज पर राजस्थान में निकायों के सभी चुनाव एक साथ हों। बता दें कि हाल ही में बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने भी नए जिलों को लेकर बनाया दिया था लेकिन जब इसे लेकर विवाद हुआ तो उन्होंने यू-टर्न लेते हुए कहा था कि मेरा काम संगठन संभालना है। ऐसे में माना जा रहा है कि मंत्री अविनाश गहलोत के बयान पर राजनीति फिर से गर्मा सकती है।
झुंझुनू दौरे पर पहुंचे अविनाश गहलोत ने इन नए जिलों को लेकर कहा कि गहलोत राज में रेवड़ी की तरह नए जिले बना दिए गए। मैं मानता हूं कि राजनीतिक फायदे के लिए हर सरकार ये करती है लेकिन नए जिलों के लिए मानदंड तय होना चाहिए। उन्होंने कहा कि 15 से 20 लाख की आबादी पर एक जिला हो, नए जिले बनाने से जनता को सुविधा हो और एक मैसेज जाना चाहिए कि हमने अच्छा काम किया है लेकिन कांग्रेस राज में कुछ ऐसे जिले बना दिए गए, जिनकी जरूरत ही नहीं थी।
बारिश खत्म होते ही शुरू हो सड़कों का निर्माण
क्षतिग्रस्त सड़कों के संबंध में उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कागजी तैयारी पूरी करके रख लो, बरसात खत्म होते ही सड़कों का निर्माण हर हाल में शुरू हो जाना चाहिए। मंत्री ने कहा कि बजट घोषणा के लिए जहां जमीन की जरूरत है, उसका आवंटन करवाया जाए। बजट की सभी घोषणाएं हर हाल में समय पर पूरी होनी चाहिए। जो शिलान्यास व लोकार्पण संभव है, उसकी तैयारी भी रखें। उन्होंने 15 अक्टूबर तक नुकसान की गिरदावरी करने व बीड़ में जलभराव की समस्या का समाधान करने के निर्देश भी दिए।