एमसीडी की सभी 12 वार्ड समितियों और स्थायी समिति के चुनाव जल्द होंगे। मेयर शैली ओबराय ने वार्ड समितियों व स्थायी समितियों के सदस्यों का चुनाव कराने के संबंध में शुक्रवार को निगम सचिव को निर्देश दिए। उन्होंने निगम सचिव को भेजे पत्र में कहा कि सभी वार्ड समितियों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व उनमें चुने जाने वाले स्थायी समिति के एक-एक सदस्य का चुनाव कराने की प्रक्रिया शुरू की जाए। उधर, मेयर का पत्र मिलने के बाद निगम सचिव ने यह चुनाव कराने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। वह मंगलवार को यह चुनाव कराने की तिथि तय करने के संबंध में आयुक्त के पास फाइल भेजेंगे। इस तरह अगले माह के दौरान वार्ड समितियों व स्थायी समिति का चुनाव हो जाएगा।
मेयर ने निगम सचिव को निर्देश दिया है कि वार्ड समितियों के चुनाव की तिथि तय की जाए। इसके अलावा चुनाव संबंधी सभी आवश्यक औपचारिकताओं को पूरा किया जाए। उनका पत्र आने के बाद निगम सचिव नेे वार्ड समितियों के चुनाव कराने की प्रक्रिया के लिए फाइल तैयार कर ली है। वह मंगलवार को यह फाइल आयुक्त के पास भेजेंगे, जिसमें वार्ड समितियों के चुनाव कराने की तिथि तय करने का आग्रह किया जाएगा। उनकी ओर से तिथि तय करने के बाद निगम सचिव चुनाव कार्यक्रम घोषित करेंगे। बताया जा रहा है कि अगले माह के प्रथम सप्ताह के दौरान वार्ड समितियों के चुनाव हो जाएगे। इसके बाद स्थायी समिति के चुनाव की प्रक्रिया आरंभ होगी।
वार्ड समितियों के चुनाव में होगी स्थायी समिति के बहुमत की स्थिति साफ
सभी 12 वार्ड समितियों के चुनाव होने के बाद स्थायी समिति में बहुमत की स्थिति साफ हो जाएगी। पांच वार्ड समितियों में भाजपा के पास बहुमत है। इसी तरह पांच वार्ड समितियों में ही आम आदमी पार्टी को बहुमत प्राप्त है। जबकि नरेला वार्ड समिति में दोनों पार्टियों के पार्षदों की संख्या बराबर है। वहीं मध्य वार्ड समिति में किसी भी दल को बहुमत प्राप्त नहीं है। इस वार्ड समिति में जीत की चाबी कांग्रेस के दो पार्षदों के हाथ में है। इस समिति में आप के 13 पार्षद व भाजपा के 12 पार्षद है। वहीं सदन से छह सदस्यों में भाजपा व आप के तीन-तीन चुने गए थे, लेकिन भाजपा की कमलजीत सहरावत ने पश्चिमी दिल्ली से सांसद बनने पर पार्षद पद से त्याग पत्र दे दिया है। इस कारण सदन से स्थायी समिति के रिक्त सदस्य के उपचुनाव में एमसीडी में सत्तारूढ़ आप के पार्षद की जीत तय है। स्थायी समिति में 18 सदस्य होते है। प्रत्येक वार्ड समिति से एक-एक सदस्य चुनाव जाता है और सदन से छह सदस्य चुने जाने का प्रावधान है।
डेढ़ वर्ष से लंबित थे चुनाव
एमसीडी की 12 वार्ड समितियों और स्थायी समिति के चुनाव करीब डेढ़ वर्ष से लंबित है। दरअसल एमसीडी में उपराज्यपाल की ओर से 10 पार्षद मनोनीत करने के निर्णय को दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट ने चुनौती दी थी। इस कारण एमसीडी ने वार्ड समितियों के चुनाव नहीं कराए। लिहाजा इस स्थिति में स्थायी समिति का चुनाव होने का सवाल ही नहीं उठता था। सुप्रीम कोर्ट ने इस माह उपराज्यपाल के निर्णय को सही ठहराया है। इस तरह अब इन समितियों के चुनाव कराने की प्रक्रिया आरंभ होने जा रही है।