अभिनेत्री और हिमाचल प्रदेश के मंडी से भाजपा सांसद कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी (Emergency Movie) का पंजाब में विरोध होना शुरू हो गया है। शिरोमणि अकाली दल और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने इस फिल्म का विरोध किया है। बठिंडा से सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कंगना रनौत को सिख विरोधी बताते हुए पीएम नरेंद्र मोदी से इमरजेंसी फिल्म पर बैन लगाने की मांग की।
जागरण संवाददाता, अमृतसर। अभिनेत्री व भाजपा सांसद कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ के रिलीज होने से पहले ही पंजाब में विरोध शुरू हो गया है। बुधवार को एसजीपीसी और शिअद ने फिल्म में सिखों के किरदार को गलत ढंग से प्रस्तुत करने के आरोप लगाते हुए केंद्र सरकार और सेंसर बोर्ड से फिल्म पर रोक लगाने की मांग की है।
SGPC प्रधान ने कहा- फिल्म से सिखों की भावनाएं आहत हुई
एसजीपीसी के प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि फिल्म में सिखों के किरदार को गलत तरीके से पेश करने से सिखों की भावनाएं आहत हुई हैं ऐसे में सेंसर बोर्ड फिल्म पर तुरंत रोक लगाए।
एक तरफ मानवाधिकारों की वकालत करने वाले सिख नेता जसवंत सिंह खालड़ा के जीवन पर बनी पंजाबी फिल्म में 85 कट लगाने के बावजूद भी उसे रिलीज करने की मंजूरी नहीं दी जा रही है।
हरसिमरत कौर ने कंगना को बताया सिख विरोधी
शिअद के प्रधान सुखबीर बादल ने अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ धारा 295ए के तहत मामला दर्ज करने की मांग की। बठिंडा से शिअद की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने भी भाजपा सांसद कंगना रनौत को सिख विरोधी करार देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से उनकी फिल्म ‘इमरजेंसी’ पर पाबंदी लगाने की मांग की है।
श्री हरिमंदिर साहिब में नतमस्तक होने के बाद वह पत्रकारों से बातचीत कर रहीं थीं। उन्होंने कहा कि सिख कौम को बदनाम करने वाली ऐसी फिल्म के रिलीज होने से देश का माहौल खराब हो सकता है, ऐसे में केंद्र सरकार व सेंसर बोर्ड को इसे मंजूरी नहीं देनी चाहिए।