Salhawas – ओलंपिक में मनु भाकर के बाद अब अमन सहरावत पर देश की नजर टिकी हुई है। जिले के बिरोहड़ गांव के अमन सहरावत देश का प्रतिनिधित्व करते हुए आठ अगस्त को कुश्ती के 57 किलोग्राम भार वर्ग में जौहर दिखाएगा।
अमन का इतिहास:
जन्म साल 2003 में हरियाणा के झज्जर जिले में हुआ था। अमन फ्रीस्टाइल पहलवान हैं। अमन ने अपना पहलाी जीत साल 2021 में राष्ट्रीय चैंपियनशिप में हासिल की थी। अमन के माता-पिता का साया बहुत पहले उनके ऊपर से उठ चुका था। 2013 में उनकी माता कमलेश, 2014 में उनके पिता सोमवर सहरावत का स्वर्गवास हो गया था, लेकिन छोटी उम्र में माता-पिता का साया उठ जाने के बावजूद अमन का हौसला कम नहीं हुआ। ताऊ सुधीर की माने तो वो ओलंपिक में जरूर पदक जीत कर लाएगा।
आठ वर्ष की उम्र में शुरू किया था:
आठ साल के जब परिजनों ने दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में भेजने की योजना बनाई। दिल्ली जाने के छह महीने बाद उनके पिता का निधन हो गया।
खेतों में साधारण तरीके से रहता है परिवार:
यह साधारण किसान परिवार से हैं। उनके हिस्से में केवल ढाई एकड़ जमीन आती है। माता-पिता के निधन के बाद इनकि परवरिश उनके चाचा-ताऊ व दादा ने मिलकर की। बहन पूजा फिलहाल बीए प्रथम वर्ष में पढ़ रही है। वर्तमान में दादा मांगेराम, उनके ताऊ सुधीर, जयवीर और चाचा रणवीर, कर्मवीर, वेद प्रकाश आदि परिजन गांव से दो किलोमीटर दूर नौगांव की तरफ जाने वाले कच्चे रास्ते पर बनी छोटी सी ढाणी में रहते हैं।
अमन की उपलब्धियां
- 17 फ्री स्टाइल 2022 में किर्गिस्तान में स्वर्ण जीता पदक
- रैंकिंग सीरीज अल्माटी में स्वर्ण पदक जीता
- खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2019 में स्वर्ण पदक जीता
- 2018 चैंपियनशिप मनामा 2022 में स्वर्ण पदक जीता
- एशियन चैंपियनशिप 2019 में स्वर्ण पदक जीता
- तीन बार भारत कुमार रह चुका हैं।
- साल 2023 में अमन ने कजाकिस्तान में हुए, एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक को अपने नाम किया।
- जनवरी 2024 में ओपन कुश्ती टूर्नामेंट में पुरुषों की 57 किलोग्राम स्पर्धा में गोल्ड जीता।
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