तीन खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली विनेश फोगाट तीसरी बार ओलंपिक में भाग ले रहीं थीं। पहले दो मौकों पर ही उन्हें क्वार्टर फाइनल से ही बाहर होना पड़ा था। लेकिन , इस बार उन्होंने फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया था। वह फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला पहलवान बनी थीं।
पहले भी बाहर हुई थी विनेश फोगा:
2016 यानि कि आठ साल पहले वर्ल्ड ओलंपिक क्वालिफाइंग इवेंट के दौरान विनेश फोगाट का वजन 400 ग्राम ज्यादा पाया गया था। इसके बाद उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया था। वहीं दुसरी तरफ क्लालिफायर के दौरान उन्हें कड़ी परीक्षा से भी गुजरना पड़ा था। साथ ही विनेश बहुत मामूली अंतर से कट में पहुंची थीं। लेकिन ऐसे में यह साफ है कि, पहलवान पहले भी इस तरह की समस्याओं का सामना कर चुकी हैं,और अब वापस वंही हुआ.
ओलंपिक कुश्ती के नियम क्या हैं?
- कुश्ती संघ जो नाम भेजे गए हैं, उनमें तभी परिवर्तन संभव है जब किसी एथलीट को गंभीर चोट आ जाती है, लेकिन उसके लिए उस कुश्ती संघ को मेडिकल सर्टिफिकेट देना होता है।
- किसी भी पहलवान का भार तब तक नहीं मापा जाएगा, जब तक उसने पहली सुबह मेडिकल जांच नहीं कराई है। पहलवानों को मेडिकल जांच में उपस्थित होना होगा। उनके साथ उनका लाइसेंस और मान्यता प्रमाण पत्र भी होना चाहिए।
- वजन मापने के लिए एथलीट सिर्फ एक सिंगलेट जर्सी में होना चाहिए, जो मैच के दौरान पहनकर आएगा/आएगी।
- सिंगलेट के लिए कोई वजन सहिष्णुता की अनुमति नहीं दी जाएगी। प्रतियोगियों को सही शारीरिक स्थिति में होना चाहिए, उनके नाखूनों को बहुत छोटा कटा होना चाहिए।
- भार मापने के लिए जिम्मेदार रेफरी को यह जांचना चाहिए कि सभी पहलवान उस श्रेणी के अनुरूप वजन के हैं, जिसमें उन्हें प्रतियोगिता के लिए दर्ज किया गया है। वे अनुच्छेद 5 की सभी आवश्यकताओं को पूरी करते हैं या नहीं।
- रेफरी एक ऐसे पहलवान को तौलने से मना कर देंगे जिसने सही कपड़े नहीं पहने हैं। वेट-इन के लिए जिम्मेदार रेफरी को ड्रॉ के परिणाम प्राप्त होंगे और उन्हें केवल उन एथलीटों को नियंत्रित करने की अनुमति होगी जो इस सूची में हैं।
- यदि कोई एथलीट भार मापने के कार्यक्रम में भाग नहीं लेता है या असफल होता है, तो उसे प्रतियोगिता से बाहर कर दिया जाएगा। उस एथलीट को कोई रैंक भी नहीं दिया जाएगा।
- यदि कोई एथलीट पहले दिन अपनी प्रतियोगिता के दौरान घायल हो जाता है, तो उसे दूसरे दिन भार मापने के लिए उपस्थित रहने की आवश्यकता नहीं होगी और उसका रैंक जारी रहेगा।
- उदाहरण के तौर पर विनेश कल तीनों मैच खेलने के बाद चोटिल होतीं और तो आज उन्हें भार मापने के दौरान उपस्थित नहीं रहना पड़ता और अगर वह फाइनल में नहीं उतरतीं तो उन्हें रजत पदक मिलता।
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