
सरकार ने इस योजना के लिए अब तक 2500 से अधिक वेंडर्स को इमपैनल्ड किया है और 1800 से ज्यादा को प्रशिक्षण भी दिया गया है. इन वेंडर्स को बैंकिंग सहायता और क्रेडिट गारंटी का भी लाभ मिल रहा है. उत्तर प्रदेश में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए योगी सरकार ने बड़ी योजना पर काम शुरू कर दिया है. प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत प्रदेश में मार्च 2027 तक 8 लाख सोलर रूफटॉप संयंत्र लगाने का लक्ष्य तय किया गया है. इसके लिए मौजूदा वित्तीय वर्ष 2025-26 में 2.65 लाख इंस्टॉलेशन का टारगेट रखा गया है.
योजना के मुताबिक हर महीने 22 हजार इंस्टॉलेशन किए जाएंगे, यानी हर जिले में करीब 300 सोलर संयंत्र लगेंगे. इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए सरकार ने जनपद, डिस्कॉम, नगर निगम और नगर पालिका स्तर पर टारगेट तय किए हैं. इनकी निगरानी मुख्यमंत्री डैशबोर्ड से जुड़ी व्यवस्था के जरिए की जा रही है, जिससे हर जिले की प्रगति की रियल टाइम मॉनिटरिंग हो सके.
क्या हुई है तैयारी
फिलहाल, हर महीने औसतन 11 हजार रूफटॉप सोलर प्लांट लगाए जा रहे हैं. अब तक 1 लाख से ज्यादा संयंत्र पूरे प्रदेश में लगाए जा चुके हैं. इस योजना को अमल में लाने की जिम्मेदारी यूपीनेडा (उत्तर प्रदेश न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी) को दी गई है, जो इस दिशा में लगातार काम कर रही है.
प्रदेश सरकार ने इस योजना के लिए अब तक 2500 से अधिक वेंडर्स को इमपैनल्ड किया है और 1800 से ज्यादा को प्रशिक्षण भी दिया गया है. इन वेंडर्स को बैंकिंग सहायता और क्रेडिट गारंटी का भी लाभ मिल रहा है, जिससे वे सोलर संयंत्र लगाने के काम को बड़े पैमाने पर अंजाम दे सकें
फरवरी 2024 में शुरू हुई योजना को योगी सरकार ने ग्रीन एनर्जी के तहत अपनी प्राथमिकताओं में शामिल किया है. सरकार का मानना है कि यह योजना न सिर्फ लोगों को बिजली के बिल से राहत देगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी बड़ी भूमिका निभाएगी. घर-घर सोलर रूफटॉप संयंत्र लगाकर योगी सरकार एक तरफ स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा दे रही है. वहीं दूसरी तरफ ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में भी मजबूती से कदम बढ़ा रही है.