
भाजपा द्वारा कुछ प्रमुख विपक्षी नेताओं के चुनावी क्षेत्रों में लाखों फर्जी मतदाताओं के दावे के जवाब में कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा साझा किए गए आंकड़े चुनाव आयोग के साथ उसकी मिलीभगत को दर्शाते हैं और 2024 के लोकसभा चुनाव को इन फर्जी मतदाता सूचियों के आधार पर होने के कारण रद माना जाए।
कांग्रेस ने वाराणसी की मतदाता सूची मांगी
कांग्रेस ने वाराणसी संसदीय क्षेत्र की इलेक्ट्रॉनिक मतदाता सूची की भी मांग की जहां से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चुनावी मुकाबला जीता था। पार्टी ने कहा कि लोगों के सामने आना चाहिए कि क्या उन्होंने वास्तव में जीत हासिल की थी या नहीं?
कांग्रेस के मीडिया प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि भाजपा नेता अनुराग ठाकुर ने जो आंकड़े जारी किए हैं, वे अपराध का सुबूत हैं। उन्होंने मांग की कि यह सुबूत 24 घंटे के भीतर उन्हें सौंपे जाएं ताकि हम जांच कर सकें। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि 2024 का पूरा आम चुनाव फर्जी मतदाता सूचियों पर आयोजित किया गया था।
भाजपा के नेता चुनाव आयोग से जुड़े हुए हैं
खेड़ा ने कहा- ” अनुराग ठाकुर ने पांच-छह लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के आंकड़े जारी किए हैं। हमें केवल एक विधानसभा के लिए आंकड़े इकट्ठा करने में छह महीने लगे। उन्हें इलेक्ट्रानिक मतदाता सूची कहां से मिली? यह दिखाता है कि भाजपा के नेता चुनाव आयोग के साथ कितने गहरे जुड़े हुए हैं।”