
पीएमओ को दूरसंचार विभाग (डीओटी) से एक अनौपचारिक प्रस्ताव मिला है, जिसमें वोडाफोन आइडिया को मदद देने के लिए कुछ उपाय सुझाय गए हैं ताकि कंपनी पर वित्तीय दबाव कम हो. वोडाफोन आइडिया (Vi) के शेयरों में शुक्रवार, 22 अगस्त को लगभग 10 परसेंट का उछाल आया. कंपनी के शेयरों में यह तेजी उन खबरों की वजह से आई है, जिनमें बताया गया है कि वित्तीय संकट से जूझ रही इस दूरसंचार कंपनी के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) राहत देने के प्रस्ताव पर जल्द ही कोई फैसला ले सकता है. इस मामले से जुड़े सूत्रों के हवाले से लाइवमिंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पीएमओ को दूरसंचार विभाग (डीओटी) से एक अनौपचारिक प्रस्ताव मिला है, जिसमें वोडाफोन आइडिया को मदद देने के लिए कुछ उपाय सुझाय गए हैं.
PMO को सुझाए गए ये उपाय
स्टैच्यूटरी ड्यूज के भुगतान के लिए मौजूदा मोरेटोरियम को दो साल और बढ़ाना, जिससे कंपनी को बकाए के भुगतान के लिए थोड़ा समय और मिल जाए. इस कदम से कंपनी पर तत्काल वित्तीय दबाव कम होने की उम्मीद है. इसके अलावा, अन्य उपायों में सालाना किश्तों को छोटा करना और AGR भुगतान पर लगने वाले ब्याज को माफ करना है.
वोडाफोन आईडिया के शेयर
वोडाफोन आइडिया लिमिटेड के शेयर 22 अगस्त को दोपहर 2:22 बजे 9.92 परसेंट की भारी बढ़त के साथ 7.20 रुपये पर कारोबार कर रहे थे. शेयर की ओपेनिंग 6.70 रुपये पर हुई और यह 7.20 रुपये के इंट्राडे हाई पर पहुंच गया. जबकि सेशन के दौरान इसका न्यूनतम मूल्य 6.58 रुपये रहा. हालांकि, हालिया बढ़त के बावजूद वोडाफोन आइडिया अभी भी अपने 52-हफ्ते के हाई लेवल 16.55 रुपये से काफी नीचे कारोबार कर रहा है, लेकिन अपने 52-हफ्ते के लो लेवल 6.12 रुपये से ऊपर बना हुआ है.
कंपनी पर भारी-भरकम ड्यूज का बोझ
बता दें कि वोडाफोन आईडिया पर इस वक्त 83,400 करोड़ रुपये का AGR बकाया है. कंपनी को मार्च 2025 से लेकर अगले छह सालों तक सालाना 18,000 करोड़ रुपये का भुगतान करना है. जुर्माना और ब्याज मिलाकर कंपनी पर अभी 2 लाख करोड़ रुपये का बकाया है. चूंकि कंपनी पहले से इस भारी-भरकम कर्ज के बोझ तले दबी है इसलिए कोई बैंक भी मदद के लिए आगे नहीं आ रहा है. ऐसे में सिर्फ सरकार से ही मदद मिलने की उम्मीद है.