
हिमाचल प्रदेश में बारिश-भूस्खलन की वजह से पिछले 24 घंटों के दौरान तीन अलग-अलग जगहों पर पांच लोगों की मौत हो गई है। किन्नाैर जिले के काशंग में बादल फटने से पांच गांवों के लिए बनीं सिंचाई नहर ध्वस्त हो गई है। वहीं भारी बारिश से कुनो चारंग पुल टूट गया है। किन्नौर में जन्माष्टमी मनाने यूला कंडा जा रहे दिल्ली के युवक-युवती की भूस्खलन की चपेट में आने से जान चली गई है। चंबा में बारिश-धुंध के बीच दो हादसों में मणिमहेश यात्रा पर जा रहे पंजाब के तीन लोगों की मौत हो गई है।
नालागढ़ के पुरला गांव में जमीन धंसने से पांच घर खाली कराए गए हैं। सोलन पुलिस लाइन के समीप सर्विस लेन में दरारें पड़ गईं हैं। शिमला के सुन्नी में सतलुज नदी में बढ़े जलस्तर के कारण थली पुल क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं, आईटीआई में पानी घुस गया और गर्म पानी के चश्मे डूब गए हैं और स्नानागर में मलबा घुस गया है। किरतपुर-मनाली फोरलेन भूस्खलन से सात घंटे बंद रहा। शनिवार शाम तक प्रदेश में आनी-कुल्लू, रामपुर-काजा एनएच सहित 311 सड़कें, 348 बिजली ट्रांसफार्मर और 119 पेयजल योजनाएं ठप रहीं। किन्नौर जिले के युला कंडा स्थित भगवान श्रीकृष्ण मंदिर में जन्माष्टमी पर्व पर मनाने जा रहे युवक और युवती भूस्खलन की चपेट में आने से मौत हो गई। बरसात के मौसम में हादसों में मौत का आंकड़ा 261 तक पहुंच गया है। वहीं, बादल फटने व बाढ़ की घटनाओं में 136 लोग जान गंवा चुके हैं।
मृतकों की पहचान प्रशील बागमारे (27) निवासी रामा विहार गली नंबर 04 हाउस नंबर सी 173 दिल्ली और रश्मि (25) निवासी आरजेड-26ए बी ब्लॉक अर्जुन बेस नवाबगढ़ नई दिल्ली के रूप में हुई है। चंबा में भारी बारिश और धुंध के चलते भरमौर-पठानकोट हाईवे पर दुर्गेठी के समीप मणिमहेश यात्रा पर आ रहे पंजाब के श्रद्धालुओं की कार रावी नदी में जा गिरी, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। एक लापता है। सुल्तानपुर -जोत मार्ग पर बारिश और धुंध के बीच कार अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी, जिसमें चालक की मौत हो गई। मंडी में चंडीगढ़-मनाली हाईवे सात घंटे बाद बहाल हुआ। किरतपुर-मनाली फोरलेन पर से 132 केवी ट्रांसमिशन लाइन का बड़ा टावर धराशायी हो गया। टावर क्षतिग्रस्त होने से पंडोह, सराज और नाचन में अंधेरा छा गया। भूस्खलन से नादौन-हमीरपुर मार्ग का कुछ हिस्सा बंद है। कांगड़ा में पौंग बांध से छोड़े गए पानी से भोगरवां में तीन मंजिला घर क्षतिग्रस्त हो गया। ऊना में दो मकान ढहे हैं।
कुल्लू की गाडापारली पंचायत को जोड़ने वाली निहारनी टनल से रिसाव हो रहा है। किरतपुर-मनाली फोरलेन पर यातायात बाधित रहा। एक ट्रक भी भूस्खलन की चपेट में आया गया। सतलुज नदी के ऊफान पर आने से थड़ी, शाकरा समेत अन्य गांवों को जोड़ने वाला पुल क्षतिग्रस्त हो गया है।
पांच जिलों में आज भारी बारिश का येलो अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने राज्य के पांच जिलों चंबा, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सिरमौर के कुछ क्षेत्रों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। 18 अगस्त को कांगड़ा, 19 को कांगड़ा व मंडी में बारिश के आसार हैं। प्रदेश में 22 अगस्त तक बारिश का दौर जारी रहने का पूर्वानुमान जताया गया है।
कहां पर कितनी बारिश (मिमी) में
श्रीनयना देवी 160
पालमपुर 101
मंडी 74
जोगिंद्रनगर 32
धर्मशाला 28
करसोग 28
बिलासपुर 26
नाहन 23
मंडी शहर में दो दिन नहीं आएगा पानी, सप्लाई लाइन जगह-जगह हुई क्षतिग्रस्त
बीते शनिवार रात और रविवार सुबह हुई भारी बारिश के कारण मंडी शहर के लिए पानी की सप्लाई वाली पाइप लाइन जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गई है। यह लाइन भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त हुई है। जिस कारण आने वाले दो दिनों तक मंडी शहर में पानी की सप्लाई बाधित रह सकती है। विभाग की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार भूस्खलन की घटनाओं के कारण सप्लाई लाइन क्षतिग्रस्त हुई है। जहां-जहां पर पाइप के टूटने का पता चल रहा है वहां-वहां पर मरम्मत कार्य शुरू कर दिया गया है, जबकि बहुत से ऐसे स्थान हैं जहां पर अभी पाइप लाइन के टूटने का पता करना बाकी है। ऐसे में टीमें फील्ड में जाकर क्षतिग्रस्त स्थानों की जांच पड़ताल कर रही हैं।
वहीं, उहल परियोजना और पड्डल पम्प हाउस में भी गाद की अधिक मात्रा आने के कारण पानी अपलिफ्ट करने में दिक्कतें पेश आ रही हैं। विभाग का प्रयास है कि जो लोकल सोर्स पानी के हैं उन्हें जल्द से जल्द बहाल करके पानी की सप्लाई को सुचारू बनाया जा सके। लेकिन इस कार्य में भी अभी समय लग सकता है क्योंकि यह कार्य भी चुनौतीपूर्ण है। बहुत से ऐसे स्थान है जहां लोकल सोर्स भी प्रभावित हुए हैं। आज सुबह मंडी शहर के कुछ स्थानों पर पानी की सप्लाई दी भी गई है लेकिन आने वाले समय में इसमें बाधा रहेगी। विभाग ने लोगों से पानी का आवश्यकतानुसार इस्तेमाल करने का आहवान किया है। वहीं, जोनल अस्पताल मंडी की सप्लाई को विभिन्न माध्यमों से सुचारू रखा जा रहा है ताकि रोगियों को किसी प्रकार की दिक्कतें पेश न आएं।
मूसलाधार बारिश से बिरोजा फैक्टरी परिसर और सैनवाला में घरों में घुसा पानी
सिरमौर जिले में रविवार तड़के शुरू हुई मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बारिश से नाहन के बिरोजा फैक्टरी परिसर में पानी घुस गया। साथ बहने वाले नाले के पानी का बहाव फैक्टरी की ओर हो गया, जिससे बड़ी मात्रा में पानी और मलबा यहां घुस गया। उधर दिल्ली गेट के एमसी कॉप्लेक्स की पांचवीं मंजिल परिसर में भी जलभराव हो गया। दुकानदारों ने वाइपर से पानी बाहर निकाला। भारी बारिश के चलते मात्तर भेड़ों पंचायत के नलका गांव में पहाड़ी दरकने से एक व्यक्ति का मकान क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं सैनवाला में लोगों के घरों में पानी और मलबा घुस गया। एक बाइक भी मलबे की चपेट में आई है। चंडीगढ़-देहरादून एनएच पर माकरंडा में एक ट्राला फंसने से दो घंटे से अधिक समय तक यातायात बाधित रहा।
बारिश के बाद शहर में धुंध, विजिबिलिटी हुई कम
सोलन शहर में बारिश होने के बाद घनी धुंध पड़ गई है। इससे विजिबिलिटी भी कम है। धुंध पड़ने के बाद कालका-शिमला नेशनल हाइवे पर भी वाहनों की रफ्तार में ब्रेक लगी है। चालक फोग लाइट का प्रयोग कर गंतव्य की ओर बढ़ रहे हैं।
ऊना में भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त
उपमंडल बंगाणा क्षेत्र में रविवार सुबह से हो रही भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। खेतों में मक्की की फसल को नुक्सान पहुंचा है। वहीं पर नलवाडी तलमेहड़ा जोल सड़क के मध्य संजय वाटिका, मटियाला, बुहाणा ठठूहं, कोकरा, चडोली चंबोआ, तलमेहड़ा जोल सड़क के मध्य विभिन्न स्थानों पर पहाड़ों से धीरे-धीरे वहां से तथा पेड़ गिरने से यातायात प्रभावित हुआ है। रविवार दोपहर को तलमेहड़ा जोल के मध्य सड़क पर बड़ा पेड़ गिरने से यातायात प्रभावित हुआ है। हालांकि युवाओं में अंकुश शर्मा, नितिन ठाकुर, सतपाल शर्मा, जीवन शर्मा, चरण दास शर्मा, विजय शर्मा, सुखदेव शर्मा सहित अन्य लोगों द्वारा पेड़ को सड़क से हटाने का पुरा प्रयास किया जा रहा है परन्तु भारी बारिश के चलते दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोक निर्माण विभाग बंगाणा के अधिशासी अभियंता संजीव गौतम का कहना है कि मामला उनके ध्यान में आया है बारिश रुकते ही टीम सदस्यों को सड़क पर गिरे ल्हासों को हटाने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। ताकि यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाया जा सके।