
हिमाचल प्रदेश में वित्तीय स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री सुक्खू और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के बीच तीखी नोकझोंक हुई। मामले ने उस समय तूल पकड़ा जब सीएम ने संसाधन जुटाने को लेकर हिमाचल की आर्थिक स्थिति के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने जाते-जाते स्कूल खोलने की घोषणाएं कर दीं। होटल मालिकों को बिजली सब्सिडी दे दी। जहां जरूरत नहीं, वहां भी अस्पताल खोल दिए। जाते-जाते 5000 करोड़ रुपये का नुकसान कर दिया।
इस पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर भड़क गए। कहा कि आर्थिक संकट आप हमारे पर नहीं थोप सकते। यह आपकी गलत नीतियों के कारण हुआ है। विधानसभा चुनाव से पहले ही केंद्र ने तय किया था कि आने वाले पांच साल तक जीएसटी मुआवजा नहीं मिलेगा। यह काउंसिल की बैठक में तय हुआ था। यह सभी राज्यों के लिए हुआ है। कांग्रेस ने जनता को झूठी गारंटियां दीं। अब यह गारंटी पूरी नहीं हो रही है तो इसको भी हमारे ऊपर थोपा जा रहा है। जयराम ने कहा कि तीन साल में आपने क्या किया। इस पर मुख्यमंत्री बोले, अभी मैं भूमिका बांध रहा हूं। भाजपा ने सत्ता में रहते हुए जनता की संपदा को लुटा दिया। हम इसे लुटने नहीं देंगे। केंद्र से पैसा न आने पर भी हम अपने संसाधन खुद तलाश रहे हैं।