हरियाणा में घना कोहरा: दृश्यता 10 मीटर तक, सड़कों पर रेंगते दिखे वाहन

हरियाणा में रविवार के बाद सोमवार को भी घना कोहरा छाया, जिससे कई क्षेत्रों में दृश्यता 10 मीटर तक रह गई। सड़कों पर वाहन रेंगते रहे।

टोहाना में वाहन चालक अपने वाहनों की फाग लाइट चलाकर जाते हुए दिखाई दिए। सुबह सुबह बच्चे भी ठंड में कंपकंपाते हुए स्कूल जाते दिखे। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अभी कुछ दिन और धुंध रहने की संभावना है।

रेवाड़ी में घना कोहरा

रेवाड़ी में सोमवार को इस सीजन का अब तक का सबसे घना कोहरा देखने को मिला। स्थिति यह रही कि सुबह के समय दृश्यता घटकर 10 मीटर से भी कम रह गई। कोहरे की वजह से सड़क, रेल और सामान्य जनजीवन पर साफ असर दिखाई दिया। आलम यह रहा कि सुबह 10 बजे तक भी कोहरा पूरी तरह नहीं छंट पाया, जिससे लोगों को दैनिक कामकाज में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

नारनौल, झज्जर और हिसार में छाया रहा घना कोहरा

नारनौल में दूसरे दिन भी कोहरा छाया रहा, जिससे वाहन चालकों को आवागमन में काफी परेशानी हुई है। सोमवार को दृश्यता 20 मीटर से भी कम रही। हालांकि सुबह आठ बजे के बाद कोहरा कम हो गया। वाहन चालकों को लाइट जलाकर सफर करना पड़ा। वहीं, हिसार और झज्जर में कोहरा छाया रहा।

भिवानी में दृश्यता रही सात मीटर से कम

राष्ट्रीय राजमार्ग भिवानी से हांसी 148-बी पर सोमवार सुबह से धुंध छाई रही। यहां दृश्यता सात मीटर से भी कम रही। वहीं, वाहनों की गति भी धीमी रही। धुंध के साथ ही ठंडी हवाओं ने लोगों को परेशान किया। भिवानी में अधिकतम तापमान 23.5 और न्यूनतम तापमान 7.5 डिग्री दर्ज किया गया।

कनीना में बेहद कम रही दृश्यता

कनीना में भी सोमवार सुबह घना कोहरा छाने से सड़कों पर दृश्यता ना के बराबर थी। विशेषकर कनीना से रेवाड़ी रोड की ओर जाने वाले मार्गों पर यातायात अधिक होने के कारण वाहन रेंगते हुए नजर आए। कोहरे के चलते चालकों को सबसे ज्यादा परेशानी हुई। कई स्थानों पर सड़क के बीचों-बीच सफेद पट्टी (रोड मार्किंग) न होने से वाहन चालकों को दिशा का सही अनुमान नहीं लग पा रहा, जिससे हादसों की आशंका बढ़ गई है।

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आने वाले दिनों में भी ठंड का असर बना रहेगा। मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि 24 दिसंबर तक मौसम आमतौर पर शुष्क बना रहेगा। इस दौरान तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है और सुबह-शाम कोहरा छाए रहने की संभावना है। उन्होंने बताया कि 19 दिसंबर को एक नया कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिसके प्रभाव से 19 से 21 दिसंबर के बीच आंशिक बादलवाही देखने को मिल सकती है। हालांकि इस सिस्टम के कारण जिले में बारिश की कोई संभावना नहीं है।

डॉ. चंद्रमोहन के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के असर से उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी जारी रहेगी, जिसका अप्रत्यक्ष प्रभाव मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ने के रूप में देखने को मिलेगा। बर्फीली हवाओं के चलते न्यूनतम तापमान में और गिरावट हो सकती है, जिससे ठिठुरन बढ़ेगी।

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