
पश्चिमी विक्षोभ के असर से मंगलवार को प्रदेश के दक्षिणी व मध्यवर्ती जिलों में कहीं-कहीं बूंदाबांदी हुई, जबकि कई जिलों में बादल छाए रहे। मौसम में इस बदलाव में दिन के तापमान में भी 3.5 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आई है। मौसम विशेषज्ञ के अनुसार बुधवार को भी विक्षोभ का असर रहेगा।
मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के असर से कम दबाव का क्षेत्र पूर्वी व मध्य राजस्थान पर बना है। इसके अलावा अरब सागर पर अत्यधिक कम दबाव का क्षेत्र व बंगाल की खाड़ी पर चक्रवाती तूफान सक्रिय है। मगर विक्षोभ के कमजोर होने के कारण इनका ज्यादा आंशिक असर ही देखने को मिल रहा है। मंगलवार को प्रदेश के दक्षिणी व मध्यवर्ती जिलों में ही कहीं-कहीं बूंदाबांदी हुई जबकि पश्चिमी जिलों में सिर्फ बादल ही छाए रहे।
वहीं, उत्तरी जिलों में इसका कोई असर नहीं हुआ। हालांकि दिन भर हवाओं की दिशा में भी बार-बार बदलाव होता रहा। कभी उत्तरी, कभी उत्तर पश्चिमी तो कभी दक्षिणी पूर्वी हवाएं चलती रहीं। लगातार बादलों के छाने से तापमान में गिरावट आई है। चूंकि इस विक्षोभ के कारण पहाड़ों में बर्फबारी हो रही है तो आने वाले दिनों में दिन व रात के तापमान में और गिरावट दर्ज की जाएगी।
ये रहा अधिकतम तापमान
अंबाला-30.0 डिग्री
हिसार-30.0 डिग्री
करनाल-29.6 डिग्री
नारनौल-27.0 डिग्री
रोहतक-27.2 डिग्री
सिरसा-30.6 डिग्री
चरखी दादरी-27.4 डिग्री
फरीदाबाद-25.5 डिग्री
गुरुग्राम-25.2 डिग्री
जींद-29.6 डिग्री
कैथल-28.1 डिग्री
कुरुक्षेत्र-28.2 डिग्री
पलवल-27.1 डिग्री



