हरियाणा और पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ में डीसी के रूप में कार्य कर चुके हरियाणा कैडर के आईएएस अधिकारी मंदीप सिंह बराड़ को सिटी ब्यूटीफुल के गृह सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है। बराड़ हरियाणा के दूसरे ऐसे आईएएस अधिकारी बन गए है, जो चंडीगढ़ में डीसी रहने के बाद गृह सचिव बने हैं। इनसे पहले हरियाणा के आईएएस अधिकारी कृष्ण मोहन चंडीगढ़ के डीसी के पद पर रहने के बाद गृह सचिव नियुक्त किए गए थे।
जून से खाली था गृह सचिव का पद
चंडीगढ़ में गृह सचिव का पद जून से खाली था। चंडीगढ़ प्रशासन ने पूर्व गृह सचिव नितिन कुमार यादव को 14 जून को रिलीव किया था। अब बराड़ की नियुक्ति के बाद यह पद खाली नहीं रहेगा। हरियाणा के 2005 बैच के आईएएस अधिकारी मंदीप सिंह बराड़ को चंडीगढ़ के नए गृह सचिव के रूप में नियुक्त किए जाने को लेकर कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने उनकी अंतर-कैडर प्रतिनियुक्ति के लिए गृह मंत्रालय के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। उन्हें तीन साल के डेपुटेशन पर चंडीगढ़ भेजा जा रहा है। बराड़ सेक्टर-11 स्थित गवर्नमेंट कॉलेज के विद्यार्थी रह चुके हैं। वह वर्तमान में हरियाणा सरकार में सूचना, जन संपर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के महानिदेशक हैं।
सार्वजनिक समस्याओं को सुलझाने का अनुभव
बराड़ का नाम हरियाणा के मुख्यमंत्री के नजदीकी और विश्वसनीय अधिकारियों में आता है। बराड़ ने चंडीगढ़ स्थित पंजाब विश्वविद्यालय से समाजशास्त्र, राजनीति विज्ञान और मनोविज्ञान में कला स्नातक की डिग्री के साथ कानून में स्नातक किया है। उनके पास स्वास्थ्य, शिक्षा, गरीबी उन्मूलन, सामाजिक कल्याण और समाज के वंचित समूहों के सशक्तिकरण, ढांचागत विकास, महिला सशक्तिकरण जैसे क्षेत्रों में सार्वजनिक समस्याओं को सुलझाने का प्रशासनिक अनुभव है।
कोरोना काल में संभाली थी जिम्मेदारी
मंदीप सिंह बराड़ कोरोना काल के दौरान चंडीगढ़ में डीसी के पद पर कार्यरत थे। मनदीप सिंह बराड़ जल्द ही चंडीगढ़ में अपना पदभार संभालेंगे। उन्हें परिवहन सचिव समेत अन्य कई विभागों की जिम्मेदारी भी मिल सकती है। हालांकि, डीसी रहते हुए भी वह परिवहन सचिव की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। चंडीगढ़ में डीसी के रूप में उनका कार्यकाल अक्टूबर 2021 में पूरा हो गया था, लेकिन चंडीगढ़ प्रशासन के आग्रह पर गृह मंत्रालय द्वारा मंदीप बराड़ का सेवाकाल 3 महीने बढ़ाते हुए जनवरी 2022 तक किया गया था। बराड़ को चंडीगढ़ में काम करने का लंबा अनुभव है। उनकी पढ़ाई भी पंजाब यूनिवर्सिटी से ही हुई है। वह पीयू के लॉ विभाग के पूर्व छात्र हैं।
बता दें कि मनदीप सिंह बराड़ की धर्मपत्नी आशिमा बराड़ भी बेहद वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं, जिन्हें भी एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मुख्यमंत्री द्वारा सोपी गई है। वह फिलहाल एडिशनल प्रिंसिपल सेक्रेटरी टू सीएम है। उनके पास भी कई महत्वपूर्ण विभागों के नेतृत्व का अनुभव प्राप्त है। उनकी गिनती भी बेहद सुलझे हुए अधिकारियों में आती है। शहरी संपदा के महानिदेशक जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाने के साथ-साथ वह चिकित्सा, शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग में भी कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुकी हैं। बेहद ईमानदार और अनुशासन प्रिय आशिमा बराड़ भी मुख्यमंत्री के बेहद नजदीक अधिकारियों में से एक हैं।
आईएएस अधिकारी 2005 कैडर मंदीप बराड़ इससे पूर्व हरियाणा के कई जिलों के उपयुक्त रह चुके हैं! जिसमें यमुनानगर व कुरुक्षेत्र सहित प्रदेश के कई जिलों में प्रशासनिक अधिकारी रह चुके हैं! इसके अलावा केंद्र प्रशासित राज्य चंडीगढ़ के उपयुक्त भी रहे हैं! वहीं उनकी धर्मपत्नी आशिमा बराड भी एक आईएएस अधिकारी हैं जो कि मुख्यमंत्री कार्यालय में उप प्रधान सचिव मुख्यमंत्री के रूप में सेवाएं दे चुकी हैं! एक बार फिर से उनकी नियुक्ति अतिरिक्त प्रधान सचिव मुख्यमंत्री के रूप में एक दिन पहले ही हुई है !इससे पूर्व मंदीप बराड़ भी उप प्रधान सचिव मुख्यमंत्री के रूप में सेवाएं दे चुके हैं !
इसके अलावा इनके पिता जेएस बराड माननीय पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट के जस्टिस रह चुके हैं ! इन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से कानून में स्नातक की शिक्षा प्राप्त की वही चंडीगढ़ और इंडिया से स्नातक सामाजिक विज्ञान राजनीतिक व मनोविज्ञान की शिक्षा प्राप्त की है। नए गृह सचिव चंडीगढ़ लगाने के लिए हरियाणा की तरफ से तीन आईएएस अधिकारियों का पैनल भेजा गया था। इन तीन नाम में डॉक्टर अमित कुमार अग्रवाल, मनदीप सिंह बराड़ तथा जे गणेशन के नाम शामिल थे। मनदीप सिंह बराड़ चंडीगढ़ में प्रतिनियुक्ति पर पहले भी डीसी चंडीगढ़ के रूप में काम कर चुके हैं।
हरियाणा कैडर के डॉक्टर अमित कुमार अग्रवाल 2003 बैच के हैं, जबकि मनदीप सिंह बराड़ 2005 बैच के अधिकारी हैं तथा जे गणेशन 2006 बैच के अधिकारी है। वर्तमान में डॉक्टर अमित कुमार अग्रवाल हरियाणा के मुख्यमंत्री के एडिशनल प्रिंसिपल सेक्रेटरी लगे हुए हैं, जबकि मनदीप सिंह बराड़ डीजीपीआर हरियाणा लगे हुए हैं। जे गणेशन शेफर्ड में एमडी के रूप में कार्य कर रहे हैं।अमित अग्रवाल राज्यपाल के सचिव, आबकारी एवं कराधान विभाग के आयुक्त व शहरी स्थानीय निकाय विभाग के निदेशक का जिम्मा संभाल चुके हैं। गुरुग्राम में असिस्टेंट कमिश्नर, हिसार में एसडीएम, पानीपत में एडीसी, फरीदाबाद में हुड्डा प्रशासक, यमुनानगर, हिसार, पलवल, रोहतक व फरीदाबाद में उपायुक्त वा डीजीआईपीआर भी रहे है।मूल रूप से जयपुर के निवासी डॉ. अमित कुमार अग्रवाल ने वहीं के एसएमएस मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की, लेकिन ना तो प्राइवेट और ना ही सरकारी किसी भी स्तर पर डॉक्टर के तौर पर प्रेक्टिस की । इन्हें चैलेंजिंग काम करना पसंद था और वह आईएएस की तैयारी में जुट गए और इन्होंने अपने टारगेट को एचीव किया।