
राजा रघुवंशी की पत्नी सोनम का ऐसे ढाबे पर पहुंचना जहां कोई सीसीटीवी नहीं था. यह महज इत्तेफाक नहीं बल्कि सोची समझी साजिश का हिस्सा प्रतीत हो रहा है. राजा रघुवंशी की मर्डर मिस्ट्री केस 17 दिन बाद अचानक से शिलांग से करीब 1200 किलोमीटर दूर पूर्वांचल के गाजीपुर जनपद में सोनम रघुवंशी का एक ऐसे ढाबे या चाय की दुकान पर पहुंचना. जहां पर कोई भी सीसीटीवी नहीं लगा था, यह कोई महज इत्तेफाक नहीं बल्कि एक प्लानिंग का हिस्सा प्रतीत हो रहा है. सोनम रघुवंशी ने जिस ढाबे पर पहुंचकर ढाबे वाले को अपनी पहचान बताई थी, वहां पर कोई सीसीटीवी नहीं था. जबकि उसके आगे दो अन्य ढाबे पर सीसीटीवी लगा हुआ है.
जबकि उसके एक दिन पहले 8 जून की रात उसके प्रेमी राजू कुशवाहा जैसा शक्ल का एक युवक अपने कुछ दोस्तों के साथ पहुंचा था. वहां पर उसके एक दोस्त ने खाना भी खाया था लेकिन यह राजू कुशवाहा है या कोई और इसकी पुष्टि नहीं हो पाई. जब सुबह सोनम रघुवंशी के बरामद होने की खबर के बाद कुछ देर बाद मीडिया में राजू कुशवाहा की तस्वीर चलने लगी तब पास के ही अन्नपूर्णा ढाबा के मलिक रवि श्रीवास्तव को उस शख्स पर शक गया जो एक दिन पहले रात करीब 12:00 उसके ढाबे पर पहुंचा था.
राजू कुशवाहा की तरह दिखा रहा था कैमरे में कैद व्यक्ति
ढाबे वाले अनुसार, उसके साथी में से एक साथी ढाबे के बाहर खाना खाया था और फिर उसमें से एक युवक जाकर उसका डेढ़ सौ रुपए भुगतान कर फिर चले गए थे. ढाबे वाले के मुताबिक सफेद शर्ट में आए हुए व्यक्ति की शक्ल पूरी तरह से राजू कुशवाहा से मिलती-जुलती रही है. हालांकि वह राजू कुशवाहा था या नहीं इसकी पुष्टि वह नहीं कर रहा है.
अगर ढाबे के सीसीटीवी फुटेज की बात माने और जो इसमें शख्स दिख रहा है. वह राजू कुशवाहा जैसा अगर है तो इसका मतलब है कि सोनम रघुवंशी कोई अचानक से नहीं पहुंची थी. बल्कि यह एक पूरी प्लानिंग भी हो सकती है. जिस ढाबे पर सोनम रघुवंशी पहुंची है, वहां पर कोई भी सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा हुआ है.
वहीं अन्नपूर्णा ढाबा के बगल में लहुरी काशी ढाबा पर भी राजू कुशवाहा जैसा दिखने वाला एक व्यक्ति 7 जून को पहुंचा और वहां से पानी की बोतल या कुछ खरीदारी भी किया. जो उसके भी सीसीटीवी कैमरे में कैद है. हालांकि ढाबा संचालक ने पुलिस के डर की वजह से सीसीटीवी देने से इनकार किया.
23 मई को हुई थी राजा रघुवंशी की हत्या
बता दें कि राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी की शादी 11 मई को हुई थी. 20 मई को हनीमून के लिए मेघालय के शिलांग गए हुए थे. 23 मई को राजा रघुवंशी की हत्या का मामला सामने आया था लेकिन उस वक्त सोनम रघुवंशी गायब थी जिसके बाद उसके अपहरण की आशंका जताई जा रही थी. सोनम रघुवंशी का 9 जून की रात अचानक से गाजीपुर में मिल जाने पर मामला क्लियर हो गया था कि यह अपहरण का मामला नहीं बल्कि कुछ और मामला था.