
युवा कॉन्क्लेव’ का उद्घाटन करने के साथ ही सीएम योगी ने यूपी मार्ट पोर्टल की भी शुरुआत की। उन्होंने मशीनरी आपूर्तिकर्ताओं के लिए इस पोर्टल की शुरुआत की। इसका उद्देश्य स्टार्टअप्स के लिए आवश्यक उपकरणों और उपकरणों तक पहुंच को आसान बनाना है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को युवा कॉन्क्लेव’ का उद्घाटन करने के साथ ही यूपी मार्ट पोर्टल की भी शुरुआत की। उन्होंने मशीनरी आपूर्तिकर्ताओं के लिए इस पोर्टल की शुरुआत की। इसका उद्देश्य स्टार्टअप्स के लिए आवश्यक उपकरणों और उपकरणों तक पहुंच को आसान बनाना है। इस दौरान राज्य में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए उनकी उपस्थिति में 17 समझौता ज्ञापनों (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए।
चुनौतियों का होगा समाधान
सीएम योगी ने कहा कि इन योजनाओं के जरिए महत्वाकांक्षी उद्यमियों के सामने आने वाली प्रमुख चुनौतियों का समाधान होगा। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं से पूँजी, प्रशिक्षण और मार्गदर्शन की कमी का समाधान होगा। उन्होंने कहा, “यह केवल एक योजना नहीं है – यह एक आंदोलन है। यह उन सभी युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है जिनके पास सपने हैं, लेकिन संसाधनों की कमी है।”
हज़ारों लोगों को सशक्त बनाया गया
लाभार्थियों द्वारा मंच पर साझा की गई सफलता की कहानियों का हवाला देते हुए, मुख्यमंत्री योगी ने इस बात पर ज़ोर दिया कि सभी में एक बात समान है – उनके द्वारा देखे गए सपने, मुख्यमंत्री युवा योजना के माध्यम से साकार हुए। इस योजना ने आत्मनिर्भर युवाओं के विज़न को ज़मीनी हकीकत में बदलने में मदद की है, जिससे विभिन्न क्षेत्रों के हज़ारों लोगों को सशक्त बनाया गया है।
शैक्षणिक संस्थानों और समाज के बीच बढ़ते अलगाव पर जताई चिंता
मुख्यमंत्री युवा कॉन्क्लेव में विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और युवाओं को संबोधित करते हुए, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शैक्षणिक संस्थानों और समाज के बीच बढ़ते अलगाव पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “हमारे संस्थान अलग-थलग द्वीप बनते जा रहे हैं, और जनता और सरकारी योजनाओं से लगातार कटते जा रहे हैं। यह अलगाव खतरनाक है।”
पिछली सरकारों पर भी साधा निशाना
मुख्यमंत्री ने यहां ‘युवा कॉन्क्लेव’ का उद्घाटन करने के बाद कहा, ”राज्य में बड़े पैमाने पर एमएसएमई इकाइयां थीं और पहले से ही हर जिले और हर कस्बे के आसपास उनके क्लस्टर मौजूद थे लेकिन पिछली सरकार इस क्षेत्र के महत्व को नहीं समझ पाई।” उन्होंने कहा, ”जिनकी सोच सिर्फ अपने परिवारों तक सीमित थी और जिन्होंने सत्ता हथियाने के लिए समाज को बांटने पर जोर दिया, वे राज्य की सबसे बड़ी युवा आबादी के भविष्य के बारे में कैसे सोच सकते हैं।” आदित्यनाथ ने किसी पार्टी का नाम लिए बगैर यह आरोप लगाया कि पिछली सरकारें राज्य के एमएसएमई उद्योग को बंद करने की साजिश का हिस्सा थीं। उन्होंने कहा, ”पिछली सरकार की गुंडागर्दी, भ्रष्टाचार और बेईमानी ने लोगों को पलायन करने पर मजबूर कर दिया था।”
‘एक ज़िला एक उत्पाद’ योजना का किया जिक्र
मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की पहल का जिक्र करते हुए कहा, ”वर्ष 2017 में सत्ता में आने के बाद हमने एक समिति बनाई और ‘एक ज़िला एक उत्पाद’ (ओडीओपी) योजना शुरू की। आज ओडीओपी योजना पूरे देश में एक ब्रांड बन गई है।” इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत संचालित हो रही ‘सीएम युवा योजना’ को प्रदेश के लाखों युवाओं के लिए ‘स्वरोजगार से स्वावलंबन तक की यात्रा’ का माध्यम बताया। एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक इस योजना के तहत 68,000 से अधिक युवाओं को 2,751 करोड़ रुपये का ब्याज-मुक्त एवं बिना गारंटी वाला ऋण उपलब्ध कराया गया है। योजना के अंतर्गत 10 प्रतिशत मार्जिन मनी की सुविधा भी राज्य सरकार दे रही है।