
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सियासत में भविष्य पर बड़ा दावा किया है. सीएम ने खुद बताया है कि वह राजनीति में कब तक सक्रिय रहेंगे. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भविष्य में उनके प्रधानमंत्री बन सकने की अटकलों को खारिज करते हुए कहा है कि राजनीति उनके लिए ‘फुल टाइम जॉब’ नहीं है और वह दिल से योगी हैं. समाचार एजेंसी पीटीआी को दिए एक इंटरव्यू में सीएम आदित्यनाथ ने कहा कि उनका प्राथमिक काम उत्तर प्रदेश के लोगों की सेवा करना है जो उनकी पार्टी ने उन्हें सौंपा है.
उन्होंने कहा, ‘मैं उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री हूं और पार्टी ने मुझे राज्य के लोगों की सेवा करने के लिए यहां रखा है.’ सीएम आदित्यनाथ ने संभावित प्रधानमंत्री के रूप में उनके प्रति बढ़ते समर्थन के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘राजनीति मेरे लिए एक ‘फुल टाइम जॉब’ नहीं है. इस समय मैं यहां काम कर रहा हूं लेकिन वास्तविकता में मैं हूं तो एक योगी ही.’
सीएम आदित्यनाथ ने दोहराया…
यह पूछे जाने पर कि उनकी राजनीति में कब तक बने रहने की योजना है, मुख्यमंत्री ने कहा, ‘इसकी भी एक समयसीमा होगी.’ यह पूछे जाने पर कि क्या उनके जवाब का मतलब यह है कि राजनीति उनके लिए ‘फुल टाइम जॉब’ नहीं है, सीएम आदित्यनाथ ने दोहराया, ‘हां मैं वही कह रहा हूं.’
धर्म और राजनीति के संबंध में अपना दृष्टिकोण स्पष्ट करते हुए आदित्यनाथ ने कहा, ‘हम धर्म के पक्ष को सीमित दायरे में कैद करके रखते हैं और राजनीति को भी हम चंद मुट्ठीभर लोगों की कैद में रखते हैं. सारी समस्या वहीं से खड़ी होती है.’
उन्होंने कहा, ‘राजनीति अगर स्वार्थ के लिए है तो वह समस्या पैदा करेगी. राजनीति अगर परमार्थ के लिए है तो वह समाधान देगी. हमें तय करना होगा कि हमें समाधान का रास्ता अपनाना है या समस्या का रास्ता अपनाना है और मुझे लगता है कि धर्म भी यही (सिखाता) है.’ आदित्यनाथ ने कहा, ‘धर्म जब स्वार्थ के लिए होता है, आत्मकल्याण के लिए होता है तो वह नयी-नयी चुनौतियां देगा, नयी-नयी समस्याएं देगा और जब व्यक्ति परमार्थ के लिए अपने आप को होम करता है, अपने आप को समर्पित करता है तो वह नए-नए रास्ते दिखाएगा, प्रगति के नए-नए रास्ते सुझाएगा.’