सीएम युवा उद्यमी योजना में महाराजगंज नंबर वन, 102.8% लक्ष्य से अधिक लोन स्वीकृत

मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना का उद्देश्य प्रदेश के युवाओं को बिना किसी गारंटी के ऋण देकर स्वरोजगार के अवसर देना है.

 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी सीएम युवा उद्यमी योजना प्रदेश के युवाओं के लिए रोज़गार और आत्मनिर्भरता का नया रास्ता बनती जा रही है. इस योजना के तहत सबसे बेहतरीन प्रदर्शन महराजगंज जिले ने किया है. यहां सरकार द्वारा तय 1000 परियोजनाओं के लक्ष्य के मुकाबले 1028 परियोजनाओं को लोन स्वीकृति दी गई और 911 को लोन का वितरण भी किया गया. यानी जिले ने 102.8% लोन स्वीकृति और 91% से अधिक वितरण कर पूरे प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है.

मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना का उद्देश्य प्रदेश के युवाओं को बिना किसी गारंटी के ऋण देकर स्वरोजगार के अवसर देना है. इसके तहत युवाओं को उद्योग, सेवा और व्यापार क्षेत्र में 25 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है. सरकार द्वारा इस लोन पर मार्जिन मनी, ब्याज में सब्सिडी और गारंटी शुल्क की भी व्यवस्था की गई है.

अन्य जिलों का प्रदर्शन भी सराहनीय

महराजगंज के अलावा अंबेडकरनगर, श्रावस्ती, कन्नौज और रामपुर भी शीर्ष पांच जिलों में शामिल हैं:-

  • अंबेडकरनगर: लक्ष्य 700, स्वीकृति 820, वितरण 594
  • श्रावस्ती: लक्ष्य 700, स्वीकृति 820, वितरण 594
  • कन्नौज: स्वीकृति 530, वितरण 440
  • रामपुर: लक्ष्य 1000, स्वीकृति 712, वितरण 605

इसके अलावा ललितपुर, भदोही, रायबरेली, जौनपुर, अमेठी, इटावा, फतेहपुर जैसे जिले टॉप 20 में शामिल हैं.

बैंकिंग सेक्टर की अहम भूमिका
इस योजना में सबसे अधिक योगदान स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) का रहा है. बैंक को मिले 33,970 आवेदनों में से 7,159 को लोन स्वीकृति दी गई और 4,532 युवाओं को लोन वितरित किया गया.

अन्य प्रमुख बैंकों की बात करें तो:—

  • बैंक ऑफ बड़ौदा: 5,698 स्वीकृति, 3,945 वितरण
  • इंडियन बैंक: 5,367 स्वीकृति, 3,344 वितरण
  • पीएनबी: 2,982 वितरण
  • बड़ौदा यूपी ग्रामीण बैंक: 2,646 वितरण
  • आर्यावर्त ग्रामीण बैंक: 2,047
  • यूनियन बैंक ऑफ इंडिया: 2,015

मुख्यमंत्री ने दिए तेज़ी लाने के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने योजना की प्रगति की समीक्षा करते हुए सभी जिलों और बैंकों को निर्देश दिए हैं कि आवेदनों की शीघ्र स्वीकृति और लोन वितरण सुनिश्चित किया जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा युवा रोजगार देने वाले बनें, सिर्फ रोजगार पाने वाले नहीं.

इस योजना ने प्रदेश में न सिर्फ रोजगार को बढ़ावा दिया है, बल्कि युवा शक्ति को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का भी काम किया है. यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के “आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश, आत्मनिर्भर भारत” के संकल्प की एक मजबूत कड़ी बनकर उभर रही है.

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