
पंजाब के सीएम भगवंत मान ने शहीद भगत सिंह सरकारी मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखी, जो 300 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा. यह कॉलेज जिला सिविल अस्पताल से संबद्ध होगा और 50 MBBS सीटें होंगी. जाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने रविवार (23 मार्च) को शहीद भगत सिंह सरकारी मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखी. यह मेडिकल कॉलेज 300 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा और इसमें 50 MBBS सीटें होंगी.
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, दोआबा क्षेत्र को अगले 36 महीनों में तीसरा मेडिकल कॉलेज मिलेगा. इससे पहले मुख्यमंत्री मान होशियारपुर और कपूरथला में मेडिकल कॉलेजों की आधारशिला रख चुके हैं. यह कॉलेज जिला सिविल अस्पताल से संबद्ध होगा, जिससे इस क्षेत्र को विशेषज्ञ और सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की सुविधा मिलेगी.
मुख्यमंत्री ने खटकर कलां में राज्य स्तरीय कार्यक्रम में भाग लिया और भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरु को श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इन महान शहीदों की विरासत को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. इस कॉलेज का निर्माण भी उन्हीं के प्रति श्रद्धांजलि स्वरूप किया जा रहा है.
ब्रिटिश शासन के खिलाफ भगत सिंह ने उठाई थी आवाज
भगत सिंह और उनके साथियों ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ आवाज उठाई थी. अप्रैल 1929 में भगत सिंह ने केंद्रीय विधान सभा में बम फेंका था, जो किसी को नुकसान पहुंचाने के लिए नहीं बल्कि विरोध प्रकट करने के लिए था. 23 मार्च 1931 को इन तीनों क्रांतिकारियों को फांसी दे दी गई थी, तब वे सभी 25 वर्ष से कम आयु के थे.
सीएम मान ने कहा कि उनकी सरकार शहीद भगत सिंह के सपनों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने बताया कि मोहाली हवाई अड्डे का नामकरण शहीद भगत सिंह के नाम पर किया गया है, जिसे पिछली सरकारों ने नजरअंदाज कर दिया था.
भगवंत मान ने और क्या कहा?
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इन शहीदों के नाम पर हवाई अड्डे, विश्वविद्यालय और अन्य संस्थानों का नामकरण किया जाना चाहिए ताकि उनकी गौरवशाली विरासत को संरक्षित किया जा सके. उन्होंने अफसोस जताया कि आज भी भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और गरीबी जैसी समस्याएं बनी हुई हैं, जिससे शहीदों की आत्माएं व्यथित होती होंगी. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि उच्च अधिकारियों और न्यायाधीशों के घरों से नकदी की भारी बरामदगी इन शहीदों की भावनाओं को ठेस पहुंचाती है.
मान ने कहा कि शहीदों ने अपने प्राण देश की समृद्धि के लिए न्योछावर किए थे, न कि भ्रष्टाचार के लिए. राज्य सरकार ने अब तक 90% घरों को मुफ्त बिजली उपलब्ध कराई है, 881 ‘आम आदमी Clinic’ खोले गए हैं, जहां तीन करोड़ से ज्यादा मरीजों को मुफ्त इलाज मिला है. इसके अलावा, 52,000 युवाओं को पूरी तरह से मेरिट के आधार पर सरकारी नौकरियां प्रदान की गई हैं.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने डॉ. भीमराव अंबेडकर को भी नमन किया और कहा कि उनकी विचारधारा के अनुरूप राज्य सरकार कमजोर वर्गों को सशक्त बना रही है और उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करा रही है.